Dengue Alert: देश में इन दिनों डेंगू (Dengue) के कई मामले सामने आ रहे हैं। इससे बचने के लिए सरकार जागरुकता अभियान चला रही है। स्थानीय प्रशासन भी घर-घर जाकर जांच कर रहे हैं। वह लोगों को बचाव के उपाय बता रहे हैं। डेंगू एक गंभीर बीमारी है। इसमें तेज बुखार आता है, जिससे हड्डी तोड़ फीवर कहा जाता है। हालांकि डेंगू का इलाज किया जा सकता है, लेकिन कई बार मरीजों की मौत हो गई है।अक्सर लोगों के मन में सवाल रहता है कि किसी बीमारी से ठीक होने के बाद। क्या वह दोबारा भी हो सकती है। अगर डेंगू जैसी बीमारी हो तो ये लोगों के लिए जानना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं डॉक्टर की राय, लक्षण और बचाव के टिप्स।
इंटरनेल मेडिसिन डॉक्टर हनी सावला ने एक इंटरव्यू में बताया कि डेंगू एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। यह एक खास मच्छर है। जिसके काटने पर तेज बुखार आता है। ऐसे में लोगों को मच्छरों से अपना बचाव करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर तेज बुखार और कमजोरी महसूस हो तो जल्द डेंगू की जांच करवा लेना चाहिए। समय पर इलाज मिलने पर मरीज के ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।
डेंगू दोबारा हो सकता है?
डॉ. हनी ने कहा कि डेंगू एक तरह का वायरस है। यह दोबारा हो सकता है। एडीज इजिप्टी मच्छर काटने पर किसी को दूसरी बार डेंगू हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर एक बार इस बीमारी से रिकवर हुए हैं, तो आगे खुद का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। सावला ने कहा, 'डेंगू वायरस से ठीक होने के कुछ दिनों बाद शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता डेवलेप होने लगती है।' लेकिन ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि ये फिर से नहीं हो सकता। इसलिए एक बार ठीक होने के बाद सावधानी बरतें।
डेंगू के लक्षण (Dengue Symptoms)
- तेज बुखार
- जोड़ों में दर्द
- कमजोरी और थकान
- गले में दर्द
- सिरदर्द
- उल्टी आना
- शरीर में दर्द
- डिहाइड्रेशन
डेंगू से ऐसे करें बचाव (Prevention Tips for Dengue)
1. हमेशा फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें।
2. घर में कूलर और गमलों में पानी जमा न होने दें।
3. पानी की टंकी, कूलर और एसी की सफाई करते रहें।
4. दिन भर में 3 से 4 लीटर पानी पिएं।
5. तरल पदार्थों का सेवन अधिक करें।
6. रोजाना कसरत और योग करें। वह 7 से 8 घंटे की नींद लें।
डॉक्टरों के मुताबिक, लोगों को डेंगू के संभावित प्रकार के संक्रमण के प्रति सतर्क और जागरूक रहना चाहिए। तभी वे खुद को इससे बचा पाएंगे। डेंगू बुखार आमतौर पर संक्रमित मादा एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह डेंगू वायरस आमतौर पर मानसून के मौसम में फैलता है जब मौसम आर्द्र होता है और यह उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में बेहद आम है। डेंगू बुखार किसी भी उम्र के किसी भी व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है, चाहे वह बच्चे हो या वयस्क। आमतौर पर डेन-जी के रूप में घोषित यह एक दुर्बल करने वाला वायरल संक्रमण है जो आपको तेज बुखार, सिरदर्द, आपकी आंखों और पूरे शरीर में दर्द, थकान आदि होती है।
मच्छरों को फैलने से रोकने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम उनके संभावित प्रजनन स्थलों को नष्ट करना है। डेंगू के मच्छर आमतौर पर रुके हुए या शांत पानी जैसे बाल्टी, पूल, बर्तन, फ्लावरपॉट, बंद नालियों आदि में प्रजनन करते हैं। इसलिए, आपको हमेशा अपने घर में नम क्षेत्रों की जांच करनी चाहिए और खड़े पानी के सभी स्रोतों को नियमित रूप से साफ करना चाहिए। साथ ही अपने घर के पास कभी भी गीला कचरा जमा नहीं होने देना चाहिए। इन उपायों को अपनाने से डेंगू के मच्छरों के जैविक आवास समाप्त हो जाएंगे या नष्ट हो जाएंगे।
Posted By: Arvind Dubey
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