भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। बदलती, अनियमित जीवनशैली ने युवा पीढ़ी को दिल का मरीज बना दिया है। एक समय था जब दिल का दौरा पड़ने की खबरें बहुत कम सुनने को मिलती थीं। 50 से 70 साल के उम्र वर्ग के लोगों में हृदय संबंधी बीमारियां होती थीं। अब स्थिति तेजी से बदल रही है। युवा पीढ़ी भी दिल की मरीज बन बैठी है। गलत खानपान, तेल, मसाले, डीप फ्राइड एवं फास्ट फूड दिल के मरीजों की संख्या बढ़ा रहा है। जीवन शैली में बदलाव कर आप हार्ट अटैक को रोक सकते हैं। यह कहना है बैरागढ़ के ख्यात चिकित्सक डा. टीके ज्ञानचंदानी का।

डा. ज्ञानचंदानी ने बताया कि आप घर में बने खाने की आदत डालें। तेल, घी, बटर एवं चीज आदि का उपयोग सीमित कर दें। भोजन में सलाद की मात्रा को बढ़ाएं। बीड़ी, सिगरेट और शराब का सेवन बंद करें। सैचुरेटेड और ट्रांस फैट वाले पैक्ड फूड का सेवन करने से बचें। पैक्ड फूड शरीर में फैट और बेड कोलेस्ट्रोल बढ़ाता है। यही अटैक का कारण बन जाता है। अधिक तनाव भी दिल की बीमारियों को आमंत्रण दे रहा है।

उन्होंने स्वस्थ जीवन शैली के बारे में टिप्स देते हुए कहा कि तनाव से बचें। मार्निग एवं इवनिंग वाक करें। प्रतिदिन 20 से 30 मिनट तक एक्सरसाइज करने की आदत डालें। वजन को नियंत्रित करें। वजन को बढ़ने न दें। समय-समय पर कोलेस्ट्राल की जांच कराएं। शक्कर और नमक का कम उपयोग भी सेहत के लिए अच्छा है। याद रखें, फिजिकल एक्टिविटी, तेज कदमों से टहलना, तनाव मुक्त रहना एवं सादा भोजन स्वस्थ रहने के मूलमंत्र हैं और यह सब मुफ्त हैं।

Posted By: Ravindra Soni

मैगजीन
मैगजीन