भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। कैंसर, सबसे गंभीर बीमारियों में से एक है। हर साल तमाम तरह के कैंसर के कारण लाखों लोगों की मौत हो जाती है। लोगों में इस गंभीर रोग को लेकर जागरूकता बढ़ाने जरूरत है। कैंसर निश्चित ही एक घातक बीमारी है, पर अगर इसके बारे में लोगों को सही जानकारी हो तो स्थिति का समय से निदान किया जा सकता है। कैंसर की समय से पहचान हो जाने पर इलाज और इसके कारण होने वाली गंभीरता और मौत के खतरे को कम किया जा सकता है। यह कहना है हमीदिया अस्‍पताल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डा. प्रतीक तिवारी का, जिन्‍होंने इस रोग से जुड़ी कई अहम बातें समझाईं।

डा. प्रतीक ने कहा कि अन्य बीमारियों की ही तरह समाज में कैंसर को लेकर भी तमाम तरह के मिथ और अफवाह फैली हैं। इसमें से कई मिथ को तो आप भी अब तक सच मानते आ रहे होंगे। लोगों के बीच कैंसर को लेकर फैला यह मिथ काफी गंभीर है कि ये लाइलाज रोग है। कैंसर हमेशा लाइलाज नहीं होता है। कैंसर के कारण होने वाली मौत का खतरा, रोग के प्रकार और स्टेज पर निर्भर करता है। कैंसर का पता लगाने और उपचार के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति ने इस दिशा में काफी बेहतर काम किया है। प्रारंभिक पहचान और उपचार के साथ अधिकांश रोगियों की जान बचाई जा सकती है।

कैंसर की संक्रामकता को लेकर भी लोगों में काफी भ्रम की स्थिति है। अक्सर लोग कैंसर रोगियों से मिलने या उनके निकट संपर्क में आने से कतराते हैं। पर ध्यान देने वाली बात यह है कि कैंसर छूत की बीमारी नहीं है। एकमात्र स्थिति जिसमें कैंसर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है, वह है अंग या ऊतकों का ट्रांसप्लांटेशन। हालांकि वर्तमान में अंग प्रत्यारोपण को लेकर नियम बहुत कड़े हैं, इसमें डोनर की अच्छे से जांच की जाती है इसलिए यह भी एक दुर्लभ है। इसी तरह स्तन में गांठ होने का मतलब जरूरी नहीं कि यह कैंसर ही हो। फाइब्रोएडीनोमा जैसी कई अन्य स्थितियां भी स्तन में गांठ का कारण बन सकती हैं। लेकिन अगर आपको स्तन में गांठ या स्तन के ऊतकों में कोई बदलाव दिखाई देता है, तो समय रहते डाक्टर से सलाह लेकर स्थिति का सही निदान और उपचार अवश्य करा लेना चाहिए।

माइक्रोवेव और कैंसर के खतरे के बारे में आपने भी जरूर सुना होगा, माइक्रोवेब, भोजन को गर्म करने के लिए माइक्रोवेब विकिरण का उपयोग करता है इससे कैंसर का खतरा नहीं होता है। इससे गर्म भोजन करने से कैंसर होने के जोखिम का कोई संबंध नहीं है।

Posted By: Ravindra Soni

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