Health Tips: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इन दिनों बच्चों में वायरल बुखार, सर्दी-खांसी के मामले देखने को मिल रहे हैं। यह भी देखने में आ रहा है कि बच्चे एक से अधिक बार वायरल की चपेट में आ रहे हैं। अगर आपके बच्चे को सर्दी-जुकाम है तो उसे स्कूल न भेजें। स्कूल में वह दूसरे बच्चों के संपर्क में आएगा और दूसरे बच्चों को भी संक्रमित करेगा।

यह बात वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डा. हेमंत जैन ने नईदुनिया से कही। उन्होंने कहा कि बच्चे स्कूल में एक-दूसरे से मिलते-जुलते हैं। छोटे बच्चों के लिए संभव नहीं होता कि वे मास्क पहनें। ऐसे में संक्रमण तेजी से फैलता है। अगर स्कूल में एक भी बच्चे को वायरल है तो वह कई बच्चों को बीमार कर सकता है। अब बच्चों को एक-दूसरे से मिलने जुलने से तो नहीं रोका जा सकता, ऐसे में सिर्फ यही तरीका है कि आप बीमार बच्चे को स्कूल ही न भेजें।

बच्चों और बुजुर्गों को लगवाएं इंफ्लूएंजा का टीका

इस बात का भी ध्यान रखें कि अगर बच्चे की उम्र सात वर्ष के आसपास है तो उसे इंफ्लूएंजा का टीका जरूर लगवा लें। इससे बच्चे का सर्दी-जुकाम से बचाव हो सकेगा। इसी तरह 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को भी इंफ्लूएंजा का टीका लगवा लेना चाहिए। जिन लोगों को अस्थमा है या हृदय की गंभीर बीमारियां हैं उन्हें भी इस टीके को लगवाने से सुरक्षा मिलेगी।

बाहर का खाना खाने से बचें

यह भी देखने में आता है कि बच्चे बाहर का खाना खा लेते हैं। कई बार यह दूषित होता है। ऐसे में तबीयत बिगड़ सकती है। बच्चों को इस बात की समझाइश दी जाना चाहिए कि वे बाहर का खाना न खाएं। घर पर भी खाना खाने से पहले अच्छी तरह से हाथ धोने की आदत बच्चों में डालें। बच्चों के शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए उन्हें थोड़ी-थोड़ी देर में पानी देते रहें। बच्चा ठंडा पानी नहीं पी सके तो उन्हें हल्का गुनगुना पानी दिया जा सकता है।

Posted By: Hemraj Yadav

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