Health tips: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करना, मोबाइल स्क्रीन पर देखना। यही वजह है आजकल कम उम्र में ही लोगों को गर्दन दर्द, स्पाइन से जुड़ी समस्या होने लगी हैं। आजकल हर कार्यालय में चाहे वह सरकारी हो या प्राइवेट हम घंटों तक कुर्सी पर बैठकर एक जैसे काम करते रहते हैं। वहीं रात के सोते समय भी अधिकतर लोग मोबाइल का उपयोग करते रहते हैं। जिसकारण गर्दन का दर्द कई बार वंशानुगत भी होता है।
नस रोग विशेषज्ञ डा.पंकज कुमार गुप्ता मस्तिष्क के मुताबिक कोरोना के समय में वर्क फ्राम होम के चलते बड़ी संख्या में लोगों को गर्दन के दर्द की शिकायत सामने आई। अभी भी कई कंपनियां वर्क फ्राम होम करवा रही है, इससे यह समस्या बढ़ रही है। लोग घंटों बैठकर काम करते हैं, लेकिन व्यायाम नहीं करते। किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि में इंवोल्व न होने की वजह से यह समस्या और बढ़ रही है। यदि आप ज्यादा समय आफिस या घर में लैपटाप पर बैठकर काम कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि लैपटाप को अपनी आंखों के स्तर पर रखें। साथ ही थोड़ी-थोड़ी देर में उठकर घूमते रहना चाहिए, जिससे गर्दन को आराम मिल सके। मोबाइल और लैपटाप चलाने के दौरान हम गर्दन झुकाते हैं, इसके कारण इससे जुड़ी परेशानियां होने लगती है। यदि रोजाना 10 मिनट गर्दन से जुड़े व्यायाम करें तो दर्द से राहत मिल सकती है, इसके साथ ही खाने की आदत भी सुधारनी होगी। क्योंकि ज्यादातर लोगों का अब खाने-पीने का समय बदल गया है। इनका कोई समय तय नहीं। वहीं हमें ज्यादा नमक वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करने से बचना चाहिए। अभी देखा जा रहा है कि यह समस्या सबसे ज्यादा 18 से 40 वर्ष की उम्र के युवाओं में ज्यादा हो रही है। क्योंकि इस दौरान वह घंटों तक गर्दन झुकाकर पढ़ाई, काम करते हैं। इसलिए थोड़ा व्यापाम जरूर करें, इससे गर्दन दर्द दूर होगा। थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर पैदल चलते रहे।
Posted By: anil tomar