Hormonal Imbalance। हमारे शरीर में अलग-अलग अंगों से सक्रिय रखने के लिए अलग-अलग हार्मोन की जरूरत होती है। इसके लिए शरीर में अलग-अलग कई ग्रंथियां होती हैं, जो शरीर में हार्मोन उत्सर्जित करती है। लेकिन अनियमित दिनचर्या व खानपान में लापरवाही के कारण कई बार जब शरीर का वजन बढ़ने लगता है तो शरीर में हार्मोनल ग्लैंड्स सही तरीके से काम करना बंद कर देती है। ऐसे में डायबिटीज, थायराइड सहित कई अन्य तरह की बीमारियां शरीर में दस्तक देना शुरू कर देती है। हालांकि Hormonal Imbalance होने पर शरीर कुछ शुरुआती संकेत देना शुरू कर देता है, जिसके आधार पर अलर्ट हो सकते हैं और सेहत का ध्यान रखना शुरू कर देना चाहिए ।

जानें क्या होता है हार्मोन

दरअसल हमारा शरीर सिर्फ हड्डियों व मांसपेशियों से ही नहीं बना है। इसके संचालन के लिए शरीर में कई तरह की ग्रंथियां भी होती है, जो विशेष रसायनों को रिलीज करती है। ये विशेष रसायन ही हार्मोन होते हैं। शरीर में इनका संतुलन बेहद जरूरी होता है तो कई तरह की शारीरिक दिक्कतें शुरू हो जाती है। हमारे शरीर में हार्मोन के कारण ही हमारा मूड, शरीर का तापमान, भूख और मेटाबॉलिज्म, नींद चक्र, प्रजनन चक्र और यौन क्रिया, और मनोदशा नियंत्रित होती है।

Hormonal Imbalance के 6 लक्षण

शरीर में जब Hormonal Imbalance होता है तो मरीज को रात में सोते समय काफी परेशानी होती है। मरीज अच्छे से नींद नहीं ले पाता है। रात में बार-बार नींद खुलती है। काफी कोशिश करने के बाद में मरीज 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद नहीं ले पाता है। इसके अलावा Hormonal Imbalance होने पर मूड तेजी से बदलता है। बहुत जल्द ही गुस्सा आया, बहुत ज्यादा थकान महसूस होना आदि लक्षण अनुभव होते हैं।

हार्मोनल असंतुलन से खुद को कैसे बचाएं

Hormonal Imbalance से बचने के लिए संयमित व नियमित दिनचर्या रखें। रोज व्यायाम करने के साथ ही हेल्दी फूड का सेवन करें। अपनी डाइट में चीनी के साथ-साथ वसायुक्त भोजन का सेवन कम करें। ज्यादा शराब का सेवन करना भी नुकसानदेह हो सकता है। रोज सुबह धूप के कुछ देर के लिए जरूर बिताएं।

डिस्क्लेमर

स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Posted By: Sandeep Chourey

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