बिलासपुर। आज से सूर्य देव चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करने जा रहे हैं। इसके बाद से ही नौतपा शुरू हो जाएगा। यह नौ दिन साल के सर्वाधिक गर्मी वाले होते हैं क्योंकि इस दौरान सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती है ऐसा खगोल शास्त्र के वैज्ञानिकों का मानना है।

इन नौ दिनों में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ने की संभावना है। गर्मी के दिनों में लोगों को शरीर में पानी कम होना अर्थात् डिहाइड्रेटेजेशन की शिकायतें आम होती है। इसलिए लोगों को चाहिए कि वह अपने जरूरी काम यदि संभव हो सके तो सुबह जल्द से जल्द निपटा लें। नौतपा की दोपहरी में चिलचिलाती हुई धूप तले निकलना स्वास्थ्य की दृष्टि से नुकसानदायक साबित हो सकता है। वहीं इन दिनों खानपान भोजन में भी संयम और अनुशासन की जरूरत है।

उन्हीं चीजों को भोजन में प्राथमिकता देनी चाहिए जो आसानी से सुपाच्य हैं। जितना पानी पिएंगे शरीर का तापमान भी उतना ही नियंत्रित रहेगा ऐसा चिकित्सक चिकित्सकों का मानना है। वही धूप की तपिश और लू से बचने के लिए सर्वोत्तम उपाय सूती का सफेद रंग का गमछा होता है। इन उपायों को करने से नौतपा से राहत मिल सकती है। वहीं शरीर में पानी की मात्रा को संरक्षित करने वाले फल जैसे तरबूज ककड़ी पपीता को भोजन में प्राथमिकता देनी चाहिए।

नौतपा में ऐसे रखें अपना ख्याल

डा. एमएस राजू का कहना है कि का कहना है कि भीषण गर्मी के दिनों में शरीर में पानी की कमी नहीं होने देना चाहिए। इसलिए दिनभर में कम से कम पांच लीटर पानी पीएं और ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट लें। तेज मसालेदार और तेलयुक्त चीजों को खाने से परहेज करें।

बाहरी फास्टफूड और जंक फूड ना खाएं। खाना उतना ही बनाएं, जितना घर में खाया जाए. इस बीच बासा भोजन बिल्कुल न करें और एकदम हल्का और सुपाच्य भोजन खाएं। छाछ, दही, लस्सी, नारियल पानी, नींबू की शिकंजी वगैरह को डाइट में शामिल करें। ज्यादा से ज्यादा फलों का सेवन करें।

तेज धूप में घर से बाहर निकलने में परहेज करें। घर से निकलना पड़े तो पानी पीकर ही निकलें और साथ में पानी जरूर रखें। शरीर को पूरी तरह से कवर रखें।अपने सिर को खासतौर पर अच्छी तरह से कवर करें। धूप से आने के तुरंत बाद पानी न पीएं। फ्रिज के ठंडे पानी की बजाय घड़े का पानी पीएं। स्वास्थ्य समस्या होने पर तत्काल चिकित्सक से मिले।

Posted By: Manoj Kumar Tiwari

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