अलीगढ़। अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र में खुदाई के दौरान एक कलश से चांदी के सिक्के निकले। इसके बाद मौके पर लूटमार मच गई और लोग सारे सिक्के लूटकर ले गए। मामला पुलिस तक पहुंचा और अब पुलिस सिक्के बरामद करने में जुटी है।
मामला अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र के डिगसी गांव का है। यहां मंगलवार को जमीन की खोदाई में चांदी के प्राचीन सिक्कों से भरा कलश निकला। चांदी के सिक्कों से भरा कलश निकलने की जानकारी गांव वालों को लगी तो सारे लोग सिक्कों पर टूट पड़े। लूटपाट मची और लोग सारे सिक्के ले गए। इस लूट की जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस ने सिक्के बरामद करने का काम शुरू किया। पुलिस ने फिलहाल 21 सिक्के बरामद कर लिए हैं और बाकी सिक्कों की तलाश जारी है। यहां बता दें कि इनमें से कई सिक्के सन 1911 के हैं, जो जार्ज पंचम के समय के बताए जा रहे हैं। जार्ज पंचम ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के दादा थे।
टीले की खुदाई में निकले
गौरतलब है कि ये खुदाई डिगसी गांव में रहने वाले नेपाल सिंह के घर के पास वाली जमीन हो रही थी। यह जमीन थोड़े ऊंचे टीले जैसी है। गांव के लोग जरूरत के हिसाब से अक्सर यहां से मिट्टी खोदकर ले जाते थे। मंगलवार सुबह नेपाल सिंह को गड्ढा भरने के लिए मिट्टी की जरुरत थी तो उसने यहां खुदाई की। अभी खुदाई करीब ढाई फीट हुई होगी कि यहां एक कलश मिला। ये कलश फावड़ा लगने से टूट गया था। तब नेपाल सिंह ने देखा कि इसमें चांदी के सिक्के भरे हुए थे और ये वहीं जमीर में बिखर गए थे। नेपाल सिंह ने इसकी जानकारी आसपास के लोगों को दी। इसके बाद तो यहां सिक्कों को लूट मच गई।
नेपाल सिंह ने इसकी जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को दी। उसने पुलिस को बताया कि खुदाई के दौरान कलश निकला और उसमें चांदी के करीब 250 सिक्के थे। ग्रामीण इन सिक्को को ले जा रहे हैं। हालांकि मामले में उस समय मोड़ आ गया जब मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके बयान लिए। नेपाल सिंह पूर्व में दी अपनी सूचना से पलट गया और उसने कहा कि उसके पूर्वजों ने ये कलश यहां छिपाया था जिसमें चांदी के सिक्के थे। नेपाल सिंह ने बताा कि उसके पास सिर्फ दो सिक्के बचे।
पुलिस ने जब्त किए 21 सिक्के
इसके बाद पुलिस ने गांव में तलाशी अभियान शुरू किया तो नेपाल सिंह के पास से 2 सिक्के, 14 सिक्के उसके घर के अंदर से, 4 सिक्के पड़ोस से और एक सिक्का एक अन्य व्यक्ति से बरामद हुआ। पुलिस ने फिलहाल 21 सिक्के बरामद किए हैं। जबकि अन्य सिक्कों की तलाश जारी है। हालांकि बाद में एसओ प्रेमपाल सिंह ने बताया कि सभी सिक्के नेपाल सिंह को दे दिए गए हैं क्योंकि ये उसकी जमीन से निकले हैं।
जार्ज पंचम के समय के हैं सिक्के
एएमयू के इतिहास विभाग के चेयरमैन प्रो. नदीम रिजवी ने सिक्को की पड़ताल के बाद बताया कि ये चांदी के सिक्के भारत में शासक रहे जार्ज पंचम के समय के हैं। जार्ज पंचम 1911 से 1936 तक भारत में रहे थे। वर्ष 1919 से 1923 तक उन्होंने दिल्ली से अपनी तस्वीर वाले चांदी के सिक्के जारी कराए थे। ये असली चांदी के सिक्के हैं।
Posted By: Rahul Vavikar
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