नई दिल्ली Parliament Session Rajnath Singh । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज भारत-चीन सीमा विवाद पर राज्यसभा में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि चीन के साथ सीमा विवाद के लेकर स्थिति अब समाधान के करीब है और पैंगोंग झील को लेकर चीन के साथ समझौता हो चुका है। रक्षा मंत्री ने राज्यसभा में बताया कि पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण में सैनिकों की वापसी पर चीन के साथ सहमति बन चुकी है और इस संबंध में तनावग्रस्त इलाके से दोनों देशों के सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में जोर देकर कहा कि चीन के साथ समझौते में भारत ने एक इंच भी जमीन नहीं खोई है। दोनों पक्षों के बीच अभी भी कुछ मुद्दों पर सैन्य व कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी है।
No matter which party you belong to, the country stands united when it comes to national security: Defence Minister Rajnath Singh in Rajya Sabha pic.twitter.com/mLBaL0K4Rh
— ANI (@ANI) February 11, 2021
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने हमेशा ही द्विपक्षीय संबंधों को बनाए रखने पर जोर दिया है और हम वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांतिपूर्ण स्थिति को बनाए रखने के प्रति जोर दे रहे थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन ने समझौते के तहत तय किया है कि अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति को लागू किया जाएगा व जो निर्माण अभी तक किया गया उसे तत्काल हटा दिया जाएगा। साथ ही रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत चीन सीमा विवाद के कारण जिन जवानों ने अपनी जान इस दौरान गंवाई है, उन शहीदों को भारत हमेशा सलाम करेगा। मुझे भरोसा है कि पूरा सदन देश की संप्रभुता के मुद्दे पर एक साथ खड़ा है।
China will keep its troops to the east of the Finger 8 at the north bank of Pangong Lake. India will keep its troops at its permanent base near Finger 3: Defence Minister Rajanth Singh pic.twitter.com/OqTKqnIhdV
— ANI (@ANI) February 11, 2021
दोनों देशों के कमांडर के बीच होगी बैठक
रक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि सैनिक वापसी की प्रक्रिया के बाद बाकी मुद्दों का निराकरण भी चर्चा के जरिए ही किया जाएगा। समझौते के 48 घंटे के भीतर दोनों देशों के कमांडर मुलाकात करेंगे। पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण में सैनिकों की वापसी पर सहमति बन गई है और बुधवार से सीमा पर सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया हो चुकी है।
इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन ने एलएसी पर हथियार और गोला-बारूद और सैनिकों की संख्या बढ़ा दी, लेकिन हमने चीन का मुकाबला करने के लिए स्पष्ट कदम उठाया है। हमारे पास बहादुर जवान हैं, जो रणनीतिक स्थानों पर डटे हैं और हम इन स्थानों पर बढ़त के साथ हैं। देश के बहादुर जवानों ने साबित किया है कि वे राष्ट्र की अखंडता को बनाए रखने के लिए कुछ भी करेंगे। हम चाहते हैं कि दोनों पक्ष वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करें। एलएसी में किसी भी प्रकार का एकतरफा बदलाव स्वीकार नहीं होगा। हम चाहते हैं कि 2020 की फॉरवर्ड तैनाती को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाए।
Posted By: Sandeep Chourey
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