
डिजिटल डेस्क: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम को हुए कार ब्लास्ट में 10 लोगों की मौत के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। इस विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है। जांच में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नेटवर्क से जुड़ाव की बात सामने आ रही है, जिसमें डॉक्टर शाहीन सईद की भूमिका अहम बताई जा रही है।
ब्लास्ट के दौरान कार में मौजूद फिदायीन उमर मोहम्मद की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि फरीदाबाद से गिरफ्तार मुजम्मिल शकील और अनंतनाग के डॉक्टर आदिल अहमद से पूछताछ जारी है। जांच में खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार डॉक्टर शाहीन सईद जैश सरगना मसूद अजहर की बहन सादिया अजफर के संपर्क में थी। सादिया को भारत में महिला ब्रिगेड की कमान सौंपी गई थी और शाहीन को इस ब्रिगेड का भारतीय नेटवर्क तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
एनआईए के अनुसार, शाहीन और सादिया के बीच लगातार संपर्क था। सादिया पाकिस्तान स्थित जैश की नई महिला शाखा जमात-उल-मोमिनात का नेतृत्व कर रही है। इस ब्रिगेड का उद्देश्य धार्मिक शिक्षा की आड़ में महिलाओं को कट्टरपंथ की ओर आकर्षित कर उन्हें आतंकी गतिविधियों में शामिल करना था। शाहीन को भारत में इसी नेटवर्क को खड़ा करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
फरीदाबाद स्थित मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर शाहीन सईद को हाल ही में उसकी कार से एक असॉल्ट राइफल और गोला-बारूद मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उसने माना कि वह जैश की महिला इकाई से जुड़ी हुई थी और सादिया के सीधे संपर्क में थी।
जांच एजेंसियों ने बताया कि जैश की महिला ब्रिगेड का केंद्र पाकिस्तान के बहावलपुर में है, जहां से सादिया अजफर इसका संचालन करती है। ब्रिगेड का मुख्य उद्देश्य जिहादी विचारधारा फैलाना और संगठन के शीर्ष कमांडरों की पत्नियों को भर्ती कर आतंक के नए रास्ते तैयार करना है। पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड उमर फारूक की पत्नी अफीरा बीबी हाल ही में इस ब्रिगेड की सलाहकार परिषद में शामिल हुई हैं और अब सादिया अजहर के साथ संगठन की गतिविधियों की निगरानी कर रही हैं।
मसूद अजहर का नाम भारत के कई बड़े आतंकी हमलों से जुड़ा रहा है। वह 1999 में आईसी-814 विमान अपहरण के दौरान रिहा किया गया था और उसी के बाद उसने पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की थी। अजहर 2001 के संसद हमले, 2008 के मुंबई आतंकी हमले, 2016 के पठानकोट एयरबेस हमले और 2019 के पुलवामा अटैक का मुख्य आरोपी रहा है। अब दिल्ली ब्लास्ट में सामने आ रहे संपर्कों से यह साफ है कि अजहर का आतंक नेटवर्क एक बार फिर भारत को निशाना बना रहा है।
हालांकि किसी आतंकी संगठन ने अभी तक दिल्ली विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन जांच एजेंसियों को मिले सुराग जैश-ए-मोहम्मद की ओर इशारा कर रहे हैं। मसूद अजहर के आतंक की यह नई ‘महिला ब्रिगेड’ अब भारतीय एजेंसियों के रडार पर है।
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