
डिजिटल डेस्क। लाल किले के सामने हुए कार बम धमाके की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले के तार फरीदाबाद से जुड़ने के बाद अब अल-फलाह यूनिवर्सिटी जांच एजेंसियों के रडार पर आ गई है। पुलिस ने यूनिवर्सिटी से जुड़े स्थानों से करीब 2923 किलोग्राम विस्फोटक और हथियार बरामद किए हैं।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी में जांच
सोमवार को हुए धमाके के बाद मंगलवार को दिल्ली और फरीदाबाद पुलिस की छह टीमें जांच के लिए यूनिवर्सिटी पहुंचीं। टीमें सुबह 10 बजे अल-फलाह यूनिवर्सिटी परिसर में दाखिल हुईं और लगभग पांच घंटे तक तलाशी ली। दोपहर दो बजे तक पुलिस ने पूछताछ के बाद सात डॉक्टरों समेत 13 लोगों को हिरासत से छोड़ दिया। कुछ दिन पहले फतेहपुर तगा गांव में आए तबलीगी जमात के कुछ सदस्यों से भी पूछताछ की गई थी। ये लोग धार्मिक प्रचार के सिलसिले में गांव पहुंचे थे। हालांकि, जांच के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
इतने लोग हिरासत में लिए गए
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यूनिवर्सिटी परिसर में लगभग 50 लोगों से पूछताछ की गई। उसके बाद 13 लोगों को हिरासत में लिया गया। इनमें सात डॉक्टर, पांच छात्र और एक युवती शामिल हैं। जांच अधिकारियों का कहना है कि ये सभी लोग डॉ. मुजम्मिल के संपर्क में थे और एक-दूसरे के कार्यक्रमों में शामिल होते थे।
अब तक आतंकवादी घटना से कोई प्रत्यक्ष संबंध स्थापित नहीं हुआ है, लेकिन जांच जारी है। हिरासत में लिए गए कुछ छात्रों के मोबाइल फोन की जांच में डिलीट की गई चैट्स मिलीं। जब पुलिस अधिकारियों से इस बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
तलाशी अभियान चलाया जा रहा
पूरी रात क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस ने फतेहपुर तगा और धौज गांव में तलाशी अभियान चलाया। मंगलवार को भी सौ से अधिक पुलिसकर्मी फतेहपुर तगा में सर्च ऑपरेशन में शामिल रहे। कई घरों और वाहनों की जांच की गई, जिनमें गाड़ियों की डिक्की, दस्तावेज़ और ड्राइविंग लाइसेंस शामिल थे। पुलिस ने यह भी दर्ज किया कि ग्रामीणों ने किन लोगों से वाहन खरीदे। एसीपी शैलेंद्र के अनुसार, तलाशी अभियान के दौरान जो भी व्यक्ति संदिग्ध लगा, उससे मौके पर ही पूछताछ की गई।
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