
एजेंसी, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। बदलते मौसम और धीमी हवाओं के कारण राजधानी की हवा (Delhi Pollution AQI Update) गुरुवार को ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी के करीब पहुंच गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 373 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ स्तर से केवल 27 अंक कम है। बुधवार को यह 279 था, यानी 24 घंटे में AQI में 94 अंकों की बढ़ोतरी हुई।
दिल्ली के 38 में से 37 वायु निगरानी केंद्रों पर हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पाई गई। पीएम 2.5 का स्तर 184.4 और पीएम 10 का स्तर 301.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज हुआ। राजधानी में स्मॉग की मोटी परत छाई हुई है, जिससे दृश्यता घट गई है और सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
आईआईटीएम पुणे के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के मुताबिक, वाहनों के धुएं से पीएम 2.5 में 15.9% और पराली जलाने से करीब 6% योगदान रहा। 29 अक्टूबर को उपग्रह डेटा में पंजाब में 283 और हरियाणा में 10 पराली जलाने की घटनाएं दर्ज हुईं।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड और धीमी हवाएं प्रदूषकों को निचले वायुमंडल में फंसा देती हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है। ग्रेप (GRAP) और विंटर एक्शन प्लान लागू होने के बावजूद जमीनी स्तर पर प्रभावी कार्रवाई नहीं दिख रही है।