भारतीय नौसेना ने आज देशवासियों को गर्व करने की एक और वजह दे दी है। नेवी ने एक नया कीर्तिमान बनाते हुए भारत के स्वदेशी INS विक्रांत युद्धपोत पर मिग-29के की रात में सफलतापूर्वक लैंडिग कराई है। नौसेना की यह उपलब्धि आत्मनिर्भर भारत की बढ़ती ताकत की ओर बड़ा कदम है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिह ने इस अवसर पर नौसेना को बधाई दी है। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने इसे भारतीय नौसेना के लिए ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया है। उन्होंने बताया कि बुधवार की रात यह सफलता तब मिली जब यह एयरक्राफ्ट कैरियर अरब सागर में था।

आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और कदम

नौसेना ने बयान जारी कर कहा कि नौसेना की यह सफलता आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और कदम है। चुनौतीभरी नाइट लैंडिग INS विक्रांत के जवानों और नौसैनिक पायलटों के कौशल और व्यावसायिकता का प्रदर्शन है। परीक्षण के दौरान स्वदेशी प्रकाश सहायक उपकरण और शिपबोर्न सिस्टम का इस्तेमाल किया गया, जो कि पूरी तरह सफल सिद्ध हुए।

तेजस विमान पर भी हो चुकी है लैंडिंग

इससे पहले तेजस विमान के नौसैनिक वर्जन ने INS विक्रांत पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की थी। तब यह लैंडिंग दिन के वक्त ही करवाई गई थी। कामोव 31 हेलीकाप्टर को भी 28 मार्च को आइएनएस विक्रांत पर उतारा गया था। कोचिन शिपयार्ड में बने INS विक्रांत की लंबाई 262 मीटर, चौड़ाई 62 मीटर और ऊंचाई 59 मीटर है। युद्धपोत में 14 डेक हैं और 2300 कंपार्टमेंट््‌स हैं। यह युद्धपोत एक बार में 30 एयरक्राफ्ट ले जा सकता है।

Posted By: Navodit Saktawat

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