PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नए साल के पहले मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी पद्म पुरस्कार प्राप्त प्रतिभाओ, आदिवासी समाज के प्रतिभाशाली लोगों, पारंपरिक वाद्य यंत्रों, मोटा अनाज (मिलेट) की खासियत और इसके लिए काम करने वाली प्रतिभाओं और भविष्य की संभावनों पर विस्तार से जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि मोटा अनाज सेहत के लिए किस तरह सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने न्यू इंडिया के तहत देश में हो रहे विकास कार्यों को भी शेयर किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह में अनेक पहलुओं की काफी प्रशंसा हो रही है। 26 जनवरी की परेड के दौरान कर्तव्य पथ का निर्माण करने वाले श्रमिकों को देखकर बहुत अच्छा लगा। इस परेड में पहली बार हिस्सा लेने वाली महिला ऊंट सवार और CRPF की महिला टुकड़ी भी काफी सराहना हो रही है।

PM मोदी ने कहा कि जनजातीय समुदायों से जुड़ी चीजों के संरक्षण और उन पर शोध के प्रयास भी होते हैं। ऐसे ही टोटो, हो, कुइ, कुवी और मांडा जैसी जनजातीय भाषाओं पर काम करने वाले कई महानुभावों को पद्म पुरस्कार मिले हैं। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है।

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और हम भारतीयों को इस बात का गर्व भी है कि हमारा देश लोकतंत्र की जननी भी है। लोकतंत्र हमारी रगों में हैं, हमारी संस्कृति में है। सदियों से यह हमारे कामकाज का भी एक अभिन्न हिस्सा रहा है। स्वभाव से हम एक लोकतांत्रिक समाज हैं।

मन की बात में PM मोदी ने कहा कि डॉ अम्बेडकर ने बौद्ध भिक्षु संघ की तुलना भारतीय संसद से की थी। उन्होंने उसे एक ऐसी संस्था बताया था, जहां प्रस्ताव, संकल्प, कोरम और वोटों की गिनती के लिए कई नियम थे। बाबासाहेब का मानना था कि भगवान बुद्ध को इसकी प्रेरणा उस समय की राजनीतिक व्यवस्थाओं से मिली होगी।

मन की बात कार्यक्रम का आज 97वां एपिसोड

गौरतलब है कि मन की बात कार्यक्रम का आज 97वां एपिसोड है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी हर माह के आखिरी रविवार को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में देश-दुनिया से जुड़ी कई बातों को देशवासियों के साथ शेयर करते हैं। साल 2022 के अंतिम कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यावरण से जुड़ी बातों का जिक्र किया था।

100वें एपिसोड के लिए हो रहा ये कॉम्पिटिशन

अप्रैल महीने में मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड होना है। इस एपिसोड के लिए केंद्र सरकार ने लोगो (Logo) और जिंगल (Jingle) बनाने का कॉम्पिटिशन रखा है। ये कॉम्टीशन 18 जनवरी से शुरू हो चुका है, जिसके लिए लोग अपने बनाए लोगो और जिंगल को सब्मिट कर रहे हैं। सब्मिट करने की आखिरी तारीख 1 फरवरी है. इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आप mygov.in पर आसानी से अप्लाई कर सब्मिट कर सकते हैं।

Posted By: Sandeep Chourey

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