Monkeypox Outbreak: दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स के केस लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और आईसीएमआर को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है। साथ ही एयरपोर्ट और बंदरगाह के स्वास्थ्य अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। समाचार एजेंसी एनआई के अनुसार मंडाविया ने निर्देश दिया, ''मंकीपॉक्स प्रभावित देशों के यात्रियों के इतिहास वाले किसी बीमार यात्री को अलग कर दिया जाएगा। नमूने जांच के लिए पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की बीएसएल4 सुविधा को भेजे जाएं।''
डब्ल्यूएचओ ने बुलाई आपात बैठक
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आपात बैठक बुलाने का फैसला किया है। डब्ल्यूएचओ मंकीपॉक्स को लेकर चिंतित है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बैठक में वायरस के ट्रांसमिशन के तरीकों पर चर्चा की जाएगी। इधर फ्रांस में शुक्रवार को पहला मामला दर्ज किया गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मरीज की हालत गंभीर नहीं है। वह घर पर आइसोलेशन में है।
Govt has directed NCDC and ICMR, asking to keep a close watch on #Monkeypox situation abroad and send samples of suspected sick passengers from affected countries to NIV Pune for further investigation: Sources
— ANI (@ANI) May 20, 2022
इन देशों में मिले मामले
मंकीपॉक्स के मामले मई की शुरुआत में आना शुरू हुए है। यूनाइटेड किंगडम, बेल्जियम, इटली, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में अबतक केस सामने आ चुके हैं। 7 मई को इंग्लैंड में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई थी। पीड़ित हाल ही में नाइजीरिया से लौटा था।
क्या है मंकीपॉक्स?
- अमेरिका सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल के अनुसार सबसे पहले मंकीपॉक्स का मामला 1958 में आया था।
- यह बीमारी बंदरों में आई गई थी। बंदरों में चेचक जैसे लक्षण थे।
- इंसानों के बीच मंकीपॉक्स का पहला केस 1970 में अफ्रीका में सामने आया था।
- 2003 में अमेरिका, 2018 में इजरायल व ब्रिटेन और 2019 में मंकीपॉक्स का मामला सिंगापुर में सामने आया।
क्या है मंकीपॉक्स के लक्षण?
- मंकीपॉक्स शुरुआत में खसरा, चेचक और चिकनपॉक्स की तरह दिखता है।
- दाने या फफोला शरीर में फैलता है।
- बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, सूजन, ठंड लगना, थकावट, निमोनिया के लक्षण और फ्लू।
मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
- मंकीपॉक्स संक्रमित जानवरों से फैलने वाली बीमारी है।
- बंदरों, चूहों और गिलहरी से इसके फैलने की पुष्टि हुई है।
- संक्रमित जानवर के संपर्क में आने से फैलता है।
- अधपका मांस, संक्रमित के बिस्तर और कपड़ों के संपर्क में आने से फैलता है।
Posted By: Navodit Saktawat
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