National Herald case: नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई जारी है। नेशनल हेराल्ड केस मामले को लेकर ईडी के अधिकारियों ने संसद में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे से करीब सात घंटों तक पूछताछ की। इस मामले में खड़गे पहले ही संसद की कार्यवाही के दौरान सरकार पर निशाना साध चुके हैं। पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि संसद सत्र के दौरान ईडी ने हमारे नेता को समन किया और घंटों पूछताछ की। सरकार जानबूझ कर ईडी के जरिए विपक्ष को परेशान कर रही है। उधर कांग्रेस ने इस मामले में अपना रुख स्पष्ट करने के लिए शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है।
Congress leader and LoP in Rajya Sabha Mallikarjun Kharge leaves from National Herald Building in Delhi after interrogation by the Enforcement Directorate pic.twitter.com/XatG1Nph1e
— ANI (@ANI) August 4, 2022
उधर, ईडी की टीम ने एक बार फिर नेशनल हेराल्ड का दफ्तर में छापा मारा और तलाशी ली। इससे पहले बुधवार को हेराल्ड हाउस स्थित यंग इंडिया लिमिटेड के दफ्तर को प्रवर्तन निदेशालय ने सील कर दिया गया था। आपको बता दें कि एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) का मालिकाना हक यंग इंडिया के पास ही है। ईडी इसी के मालिकाना हक के ट्रांसफर की पूरी प्रक्रिया की जांच कर रही है। इसी क्रम में मंगलवार को नेशनल हेराल्ड समेत यंग इंडिया के दफ्तर में छापेमारी की गई थी। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। कांग्रेस में इस घेराबंदी को लेकर काफी नाराजगी है।
ED मुद्दे पर कांग्रेस का संसद में भारी हंगामा
यह मुद्दा संसद में भी उठा। गुरुवार को संसद की कार्रवाई शुरू होते ही कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। राहुल गांधी भी संसद पहुंचे। उन्होंने कहा कि हम नरेंद्र मोदी से नहीं डरते हैं। उन्हें जो करना है, कर ले, हम नहीं डरेंगे। संसद में हमें बोलने नहीं दिया जा रहा है। प्रदर्शन करने से भी रोका जा रहा है, लेकिन सच्चाई की बैरिकेटिंग नहीं की जा सकती है।
जानिये क्या है National Herald case?
नेशनल हेराल्ड घोटाले के केंद्र में यंग इंडिया ही है। 2010 में पांच लाख रुपये की पूंजी से गैरलाभकारी कंपनी के रूप में पंजीकृत हुई यंग इंडिया एक साल के भीतर ही हजारों करोड़ संपत्ति वाले एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) की पूरी तरह से मालिक बन गई। एजेएल के 100 फीसद शेयर का यंग इंडिया में ट्रांसफर कांग्रेस पार्टी की ओर दिए गए 90 करोड़ के लोन को चुकाने के लिए किया गया था। यंग इंडिया में एजेएल के शेयर ट्रांसफर होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने सारा लोन माफ भी कर दिया। यंग इंडिया में 76 फीसद हिस्सेदारी सोनिया गांधी और राहुल गांधी की है। उनसे ईडी लंबी पूछताछ कर चुकी है। मंगलवार को सबूतों की तलाश में ईडी ने नेशनल हेराल्ड के साथ ही यंग इंडिया और उसे एक करोड़ की राशि ट्रांसफर करने वाली कोलकाता स्थित कंपनी के ठिकानों की भी तलाशी ली थी।
- Bihar Congress (@INCBihar) 4 Aug 2022
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जैसे - जैसे महंगाई बढ़ रही है, वैसे-वैसे ED की रेड भी बढ़ रही है।
- Bihar Congress (@INCBihar) 4 Aug 2022
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