तिरुपति लड्डू घोटाला: 250 करोड़ का स्कैम, 68 लाख किलो नकली घी से बना प्रसाद,सवालों के घेरे में पवित्रता की परंपरा
देश के सबसे पवित्र मंदिरों में शुमार तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) इन दिनों एक बड़े घोटाले की गिरफ्त में है। जांच एजेंसियों ने खुलासा किया है कि 2019 से 2024 के बीच लड्डू प्रसाद बनाने में करीब 68 लाख किलोग्राम नकली घी का इस्तेमाल किया गया, जिसकी अनुमानित कीमत 250 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
Publish Date: Wed, 12 Nov 2025 11:10:50 AM (IST)
Updated Date: Wed, 12 Nov 2025 11:11:23 AM (IST)
तिरुपति मंदिर लड्डू घोटाला। (फाइल फोटो)HighLights
- पूर्व मंदिर प्रमुख से पूछताछ जारी।
- लड्डू में मिलावटी घी का खुलासा।
- 250 करोड़ का नकली घी घोटाला।
डिजिटल डेस्कः देश के सबसे पवित्र मंदिरों में शुमार तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) इन दिनों एक बड़े घोटाले की गिरफ्त में है। जांच एजेंसियों ने खुलासा किया है कि 2019 से 2024 के बीच लड्डू प्रसाद बनाने में करीब 68 लाख किलोग्राम नकली घी का इस्तेमाल किया गया, जिसकी अनुमानित कीमत 250 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
पूर्व प्रमुख से पूछताछ
इस घोटाले के सिलसिले में मंगलवार को TTD के पूर्व कार्यकारी अधिकारी ए.वी. धर्म रेड्डी से विशेष जांच टीम (SIT) ने लंबी पूछताछ की। धर्म रेड्डी को तिरुपति स्थित एसआईटी कार्यालय में तलब किया गया था, जहां उनसे घी की खरीद और गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रियाओं को लेकर सवाल-जवाब किए गए।
68 लाख किलोग्राम नकली घी
ननेल्लोर एसीबी कोर्ट को सौंपी गई रिमांड रिपोर्ट में विस्तृत जांच से पता चला कि प्राथमिक आपूर्तिकर्ता उत्तराखंड स्थित एक डेयरी ने दूध या मक्खन की एक भी बूंद खरीदे बिना बड़ी मात्रा में घी पहुंचाने में कामयाबी हासिल की थी। डेयरी कंपनी ने पांच वर्षों के भीतर मंदिर प्रशासन को लाखों किलो घी की सप्लाई की थी।
जांच में सामने आया कि यह घी दरअसल ताड़ के तेल, पाम कर्नेल ऑयल और एसिटिक एसिड एस्टर जैसे औद्योगिक रसायनों को मिलाकर बनाया गया था। इससे वह गुणवत्ता जांच में असली घी जैसा दिखता था और आसानी से पास हो जाता था।
पूर्व अधिकारियों पर शक की सुई
जांच एजेंसियों को शक है कि यह खेल अकेले सप्लायर कंपनी का नहीं था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मिलावट पूर्व ईओ ए.वी. धर्म रेड्डी के कार्यकाल में बड़े पैमाने पर हुई। हाल ही में गिरफ्तार किए गए पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी के करीबी और निजी सहायक चिन्ना अप्पन्ना पर आरोप है कि उन्होंने अयोग्य डेयरियों को ठेके दिलाने और निविदा प्रक्रिया में हेरफेर करने में अहम भूमिका निभाई।
आगे क्या? SIT भेज सकती है नए नोटिस
विशेष जांच दल (SIT) जल्द ही इस मामले में पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी को भी समन भेज सकता है। जांच टीम अब यह पता लगाने में जुटी है कि खरीद प्रक्रिया, गुणवत्ता नियंत्रण और मंजूरी देने वाले अधिकारियों की चेन में कौन-कौन शामिल था। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच टीम इस घोटाले को आस्था से विश्वासघात के रूप में देख रही है।
सवालों के घेरे में पवित्रता की परंपरा
श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का लड्डू प्रसाद देशभर के करोड़ों भक्तों की आस्था का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में नकली घी के इस्तेमाल का खुलासा भक्तों में गहरी नाराजगी और निराशा पैदा कर रहा है।