मध्य प्रदेश में करीब डेढ़ महीने बाद एक बार फिर भक्तों के लिए भगवान के द्वारा खुल गए हैं। इस दौरान कंटेनमेंट क्षेत्र को छोड़कर बाकी स्थानों पर सुबह से मंदिर खुले और सीमित संख्या में भक्त यहां दर्शन को पहुंचे। कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए यहां शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा गया। देखिए मध्य प्रदेश के प्रमुख मंदिरों की तस्वीरें...
Photo Gallery : मध्य प्रदेश में भक्तों के लिए खुले भगवान के द्वार, देखिए तस्वीरें


ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 79 दिनों के बाद आज सुबह भक्तों का प्रवेश शुरू हुआ। सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक भक्तों को भगवान महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे। मंदिर में प्रवेश से पहले श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग हो रही है। दर्शनार्थियों को सैनिटाइज भी किया जा रहा है। मंदिर प्रशासन ने महाकाल दर्शन करने के लिए मोबाइल ऐप, टोल फ्री नंबर तथा मंदिर के काउंटर पर एडवांस बुकिंग कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की है।

मंदसौर में 79 दिनों बाद भक्तों को पशुपतिनाथ महादेव के दर्शन हुए। यहां शारीरिक दूरी के साथ मेडिकल चेकअप के बाद ही भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिकया गया। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी भी मंदिर पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

दमोह में जागेश्वर धाम बांदकपुर में भगवान शिव के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु। नियम के तहत सभी को शारीरिक दूरी का पालन कराया जा रहा है और पांच-पांच श्रद्धालुओं को अंदर जाने दिया जा रहा है गर्भ गृह में जल चढ़ाने की अनुमति नहीं है।

सुबह 5 बजे मैहर में शारदा माता मंदिर के पट दर्शन के लिए खोले गए। अभी रोपवे चालू नहीं किया गया है, सीढ़ियों का रास्ता चालू है। प्रातः आरती में कलेक्टर अजय कटेसरिया उपस्थित रहे और व्यवस्थाओं के समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 82 दिन बाद खुले शारदा माता मंदिर में अन्य दिनों की अपेक्षा दर्शन के लिए कम ही श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

दतिया में पीतांबरा मंदिर भक्तों के लिए खोला गया। यहां शासकीय गाइड लाइन के साथ लोगों को दर्शन कराए गए। इस दौरान पूर्व में ही स्थानीय लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन कराए गए थे। रविवार को ही स्थानीय लोगों द्वारा सोमवार के लिए तकरीबन 800 से अधिक रजिस्ट्रेशन करवा लिए थे। जिन्हे आज रजिस्ट्रेशन जांच कर व थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया गया।

बालाघाट में कालीपाट मंदिर और हनुमान मंदिर में भक्तों के लिए खुले पट, शारीरिक दूरी का पालन करवाकर भक्तों को प्रवेश दिया गया।

शहडोल में ऐतिहासिक श्री मोहन राम मंदिर में 8 जून की सुबह से ही पुजारियों ने परंपरागत तरीके से वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ मंदिर के कपाट खोले और पूजा अर्चना की। यह मंदिर करीब 120 साल पुराना है और आज तक कभी इसमें इतना ही लंबे समय के लिए ताला नहीं लगा। 8 जून को सुबह पुजारियों ने मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना की और जो भी लोग यहां पहुंचे वह शारीरिक बनाकर दर्शन करके वापस गए।