कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन में मिली छूट के बाद लोग अपने-अपने घरों की ओर निकल पड़े हैं। ट्रेन, ट्रक, बाइक पर या पैदल ही क्यों न चलना पड़े, घर तो पहुंचना है। देखिए तस्वीरें कैसे अपने घर जाने के लिए हर परेशानी उठाने के लिए तैयार हैं ये लोग।
Photo Gallery : ट्रेन, बाइक, ट्रक या पैदल, घर तो कैसे भी पहुंचना है


ट्रेन और बसें नहीं मिली तो मजदूर ट्रक पर ही लटककर घर के लिए निकल लिए, जहां जगह मिली वहीं बैठ गए। जबलपुर में नेशनल हाईवे पर मंगोली में ट्रक के ऊपर बैठकर घर का रास्ता तय करते मजदूर।

बेंगलुरु से उधरमपुर जा रही विशेष ट्रेन में कश्मीरी छात्र-छात्राओं को भोपाल स्टेशन से रवाना किया गया। इस दौरान इनके चेहरे पर घर जाने की खुशी दिखी। फोटो : निर्मल व्यास

श्रमिक स्पेशल ट्रेन 700 मजदूरों को लेकर रतलाम पहुंची, ये सभी उज्जैन, धार, अलीराजपुर, झाबुआ आदि जिलों के है। यहां सभी को स्कैनिंग के बाद बसों के द्वारा उनके जिलों के लिए रवाना किया गया।

जिन्हें कोई साधन नहीं मिला वो पैदल ही अपने घर की ओर निकल पड़े, तस्वीर इंदौर के पास हाईवे की है। फोटो : प्रफुल्ल चौरसिया आशु

बच्चों को साथ लेकर घर पहुंचने के लिए ये परिवार ठेले पर उन्हें बैठाकर निकल पड़ा। कभी पति ठेले को आगे बढ़ाता है तो कभी पत्नी। फोटो : प्रफुल्ल चौरसिया आशु

मजदूर किसी भी तहर अपने घर पहुंचाना चाहते हैं, चाहे कितना ही बड़ा जान का जोखिम क्यों न हो। जहां कोरोना के चलते बार-बार शारीरिक दूरी रखने की सलाह दी जा रही है, ऐसे में यह एक साथ ट्रक में खड़े होकर घर जाने को मजबूर है। फोटो : प्रफुल्ल चौरसिया आशु

महाराष्ट्र से पलायन कर रहे लोग इंदौर से होकर उत्तर प्रदेश और बिहार जा रहे हैं। एबी रोड पर वाहनों की आवाजाही देखकर लगा कि लॉकडाउन है ही नहीं। यहा महाराष्ट्र से आ रहे बाइक, ट्रक, रिक्शा के अलावा लोग साइकिलों पर भी जाते दिखे। फोटो : प्रफुल्ल चौरसिया आशु