तिरुवनंतपुरम। केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के कपाट खुल गए। इस दौरान पारंपरिक पूजा विधि से आरती की गई। जानकारी के मुताबिक भक्त रात 10.30 बजे तक भगवान अयप्पा के दर्शन कर सकेंगे। हालांकि इसे लेकर सुबह से ही तनाव बना हुआ था।
इससे पहले उग्र प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतर आए थे। प्रदर्शनकारियों ने मीडिया के वाहनों को भी निशाना बनाया। वहीं, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 30 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया था। प्रशासन ने पंपा, नीलक्कल,सनिधनम और इलावुंगल में धारा 144 लगा दी है।
Kerala: Section 144 (prohibits assembly of more than 4 people in an area) has been imposed in Pampa, Nilakkal, Sannidhanam and Elavungal. #SabarimalaTemple pic.twitter.com/T6hkklywoT
— ANI (@ANI) 17 October 2018
मंदिर में सभी आयु की महिलाओं के प्रवेश को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी के बाद इसके जमकर विरोध हो रहा है। इस बीच सबरीमाला मामले का कवरेज कर रहे पत्रकारों पर हमला हुआ है जिनमें महिला पत्रकार भी शामिल हैं।
#Kerala:Protesters block and attack a woman journalist's car in Pathanamthitta #SabarimalaTemple pic.twitter.com/7TfRf2YIMi
— ANI (@ANI) October 17, 2018
मंदिर में महिलाओं के प्रवेश खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं और खासतौर पर निलाक्कल बेस कैंप और मंदिर के रास्ते में लोगों ने धरना दिया जिसके बाद पांबा से 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है वहीं पाठनमीठ्ठा से त्रावणकोर देवस्वोम के अध्यक्ष समेत 50 लोगों को हिरासत में लिया गया। जहां लोगों का प्रदर्शन जारी है वहीं दर्शन के लिए जा रहीं कई महिलाएं अपने घर लौटने को मजबूर हो गई हैं।
Kerala: Woman devotee Madhavi with her children returning mid-day from her journey to #SabarimalaTemple after facing protests. Police is also present. pic.twitter.com/UBYSUFtUbI
— ANI (@ANI) October 17, 2018
पूरे घटनाक्रम का कवरेज कर रहे मीडिया को भी लोगों ने निशाना बनाया है। बताया जा रहा है कि मीडिया वाहनों में तोड़फोड़ हुई है।
Pamba: Police detain people protesting against the entry of women in the age group of 10-50 women to Kerala's #SabarimalaTemple pic.twitter.com/DLdoYMVz8J
— ANI (@ANI) October 17, 2018
वहीं महिलाओं ने भी विरोध स्वरूप रैली निकाली और नारेबाजी करते हुए ग्रुप में नजर आईं।
#WATCH: Women protest in Nilakkal against the entry of women in the age group of 10-50 to #Sabarimala temple. #Kerala pic.twitter.com/GuxDZo0R7G
— ANI (@ANI) October 17, 2018
मंदिर में प्रवेश को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं और सामूहिक आत्महत्याएं और मंदिर में प्रवेश में बाधा डालने की धमकियां सामने आई हैं। इसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
Kerala: Protests being held near Pamba base camp against entry of women in the age group 10-50 to #SabarimalaTemple pic.twitter.com/JTZ2negQ5L
— ANI (@ANI) October 17, 2018
सबरीमाला मंदिर के निलाक्कल स्थित बेस कैंप में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि जबरन मंदिर जाने वाली महिलाओं को रोका जा सके। यहां 1000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है जिनमें से 800 पुरुष और 200 महिलाएं हैं। इसके अलावा सन्नीधानम में 500 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
Kerala: #Visuals of heavy security deployment near Nilakkal, the base camp of #SabarimalaTemple as the portals of the temple are all set to open today. pic.twitter.com/YomkknhEVl
— ANI (@ANI) October 17, 2018
इससे पहले मंगलवार को बेस कैंप निलाक्कल के द्वार खुले थे। केरल के सबरीमाला मंदिर में मासिक पूजा के लिए मुख्य द्वार "निलाक्कल" खुलने से पहले भारी तनाव व्याप्त हो गया। भगवान अयप्पा के भक्तों ने 10 से 50 साल की महिलाओं और उनके वाहनों को पवित्र पर्वत पर जाने से रोक दिया।
काले कपड़े पहनी कुछ कालेज छात्राओं को बस से उतारे जाते टेलीविजन पर दिखाया गया है। जबकि वहीं खड़ा एक छोटा पुलिस दस्ता इस दौरान चुपचाप दूसरी ओर देखता रहा। सुप्रीम कोर्ट के हर उम्र की महिला के लिए मंदिर में प्रवेश की इजाजत देने के बाद यह पहला मौका है जब परंपरानुसार मंदिर में दर्शन शुरू होने वाले हैं।
#WATCH #Kerala: Police personnel vandalise vehicles parked in Pampa. Incidents of violence had broken out today in parts of the state over the entry of women of all age groups in #SabarimalaTemple. pic.twitter.com/xi3H4f5UUU
— ANI (@ANI) 17 October 2018
किसी भक्त को नहीं रोकने देंगे : विजयन
सबरीमाला मंदिर पारिस्थिकीय रूप से संवेदनशील पश्चिमी घाट की पर्वत श्रृंखला पर स्थित है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि किसी को सबरीमाला जाने वाले भक्तों को रोकने की इजाजत नहीं होगी। सरकार किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने देगी और न ही सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करेगी। कोर्ट के आदेश को लागू किया जाएगा।
20 किमी पहले महिलाएं ही रोक रहीं
पर्वत शिखर पर स्थित सबरीमाला मंदिर से करीब 20 किमी पहले निलाक्कल द्वार के पास स्थित आधार शिविर पर महिला भक्तों व वरिष्ठ नागरिकों के समूह वहां पहुंचने वाले हर वाहन को रोक रहे हैं। ये भक्त निजी वाहनों के अलावा सरकारी बसों को भी रोक कर युवतियों को उतरने को कह रहे हैं।
10 से 50 उम्र की महिला को नहीं जाने देंगे
एक महिला आंदोलनकारी ने धमकी भरे शब्दों में कहा कि 10 से 50 साल के बीच की उम्र वाली महिलाओं को पूजा के लिए निलाक्कल के आगे नहीं जाने दिया जाएगा। मंदिर मलयालम माह "थुलाम" के मौके पर सिर्फ पांच दिन यानी 22 अक्टूबर तक ही खुला रहेगा।
केंद्र अध्यादेश जारी करे : सांसद एंटोनी
सबरीमाला के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र पथनमथिट्टा के सांसद एंटो एंटोनी ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वह अध्यादेश जारी कर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलट दे। उन्होंने कांग्रेस के महिला संगठन, मुस्लिम लीग व केरल कांग्रेस (एम) के धरने के मौके पर यह मांग की। ये दल सुप्रीम कोर्ट के आदेश का विरोध कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर को दिया था आदेश
सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 28 सितंबर को आदेश दिया था कि सबरीमाला में हर उम्र की महिलाएं प्रवेश व दर्शन कर सकेंगी। 10 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं पर पाबंदी की परंपरा लिंगभेद है। मंदिर की परंपरा है कि जिन महिलाओं को मासिक धर्म होता है, उन्हें दर्शन की इजाजत नहीं है, क्योंकि भगवान अयप्पा को ब्रह्माचारी माना जाता है।
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