हर इंसान में कुछ न कुछ अच्छी-बुरी आदतें होती हैं। इन आदतों का संबंध आपकी उन्नति से भी होता है। ये आदतें आपकी सफलता और असफलता के लिए भी जिम्मेदार मानी जाती है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार अच्छी आदतें ग्रहों को मजबूत बनाती है। वहीं, बुरी आदतों से ग्रह कमजोर होते हैं। ज्योतिष शास्त्र में आदतों का ग्रहों से संबंध बताया गया है। आइये जानते हैं ऐसी ही पांच आदतों के बारे में जिन्हें तत्काल छोड़ देना चाहिए।

1. रास्ते में बार-बार थूकना

कुछ लोगों की आदत बार-बार थूकने की होती है। यात्रा के दौरान या पैदल चलते समय ऐसे लोग कहीं भी थूकने लग जाते हैं। इस आदत से सूर्य ग्रह से जुड़े दोष पैदा होते हैं। सूर्य दोष से आपके धन, धान्य में कमी, कार्यों में रूकावट, असफलता, पिता से अनबन जैसी कई परेशानियां आती हैं। सूर्य ग्रह कमजोर होने लगता है। करियर प्रभावित होता है। कुंडली में दोष बनने लग जाते हैं।

2. दांतों से नाखून काटना

मनोविज्ञान के अनुसार दांतों से बार-बार नाखून ऐसे लोग काटते हैं, जो किसी टेंशन में होते हैं या गहन सोच में डूबे रहते हैं। लेकिन ज्योतिष के अनुसार दांत से नाखून काटना एक अच्छी आदत नहीं है। जो लोग ऐसा करते हैं, उनका शनि और राहु ग्रह खराब हो जाता है। शनि-राहु की कमजोर स्थिति कुंडली में दुर्घटना की स्थिति पैदा करती है। ये दोनों ग्रह सेहत पर बुरा प्रभाव डालते हैं।

3. देर रात तक जागना

ज्योतिष के अनुसार देर रात जागने की आदत चंद्र ग्रह को कमजोर करती है। कुंडली में चंद्र दोष उत्पन्न होने से आपके जीवन की सुख-शांति प्रभावित होती है। व्यापार में नुकसान की संभावना बनी रहती है। मन स्थिर न रहने से किसी भी प्रकार का निर्णय लेने में दिक्कतें आती है।

4. वृक्षों को नुकसान पहुंचाना

वृक्ष सुख-समृद्धि के प्रतीक होते हैं। यह प्रकृति के अभिन्न अंग हैं। इनका ग्रहों से गहरा संबंध होता है। पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाने से बुध ग्रह कमजोर होता है। व्यापार के साथ-साथ करियर की तरक्की रुक जाती है। धन हानि का योग बनता है। पीपल, नीम, तुलसी, वट वृक्ष, तुलसी, शमी, बेल, आंवला जैसे वृक्षों को गलती से भी नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। ये देव वृक्ष हैं।

5. रसोई और पूजा घर का स्वच्छ न होना

यदि घर में पूजा कक्ष व रसोई में समय पर साफ-सफाई नहीं की जाती है, तो इससे मंगल और गुरू दोनों ग्रह कमजोर होते हैं। रसोई घर से मंगल ग्रह और पूजा घर से गुरु का संबंध होता है। इन दोनों ग्रहों का दोष होने से कार्यों में सफलता प्राप्त नहीं होती है, शिक्षा में बाधा आती है, विवाह, दांपत्य जीवन में कई प्रकार की समस्याएं पैदा हो सकती है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें

Posted By: Navodit Saktawat

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