वास्तु शास्त्र और फेंगशुई में कछुए को बहुत ही शुभ माना गया है। भगवान विष्णु के अवतार इस कछुए को धन का प्रतीक भी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि कछुए वाली अंगूठी धारण करने से जीवन पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार हर किसी को यह अंगूठी नहीं पहननी चाहिए। क्योंकि कुछ राशि वालों पर कछुए की अंगूठी का बुरा प्रभाव पड़ता है। आइए जानते हैं किन राशि वालों को कछुए वाली अंगूठी नहीं पहननी चाहिए।

इन राशि वालों को नहीं पहना चाहिए कछुए वाली अंगूठी

वास्तु शास्त्र और फेंगशुई के अनुसार मेष, वृश्चिक, मीन और कन्या राशि के जातकों को कछुए वाली अंगूठी धारण नहीं करना चाहिए। यदि आप धारण करना चाहते हैं, तो किसी अच्छे ज्योतिषी से परामर्श लेने के बाद ही धारण करें। वरना आपका जीवन कई तरह की मुश्किलों से घिर जाएगा। करियर से लेकर व्यापार में नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं, ये अंगूठी परिवार की सुख, शांति और समृद्धि को प्रभावित कर सकती है। इस राशि के लोग अंगूठी पहनने की बजाय घर पर कछुआ लाकर रख सकते हैं।

कछुए वाली अंगूठी के फायदे

1.जीवन की तमाम समस्याएं दूर होती हैं।

2.जातक में आत्मविश्वास बढ़ता है।

3.जीवन से नकारात्मकता दूर होती हैं।

4.परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

5.इस अंगूठी से सोया हुआ भाग्य जाग जाता है।

6. जीवन से सभी दुख दूर हो जाते हैं।

7.मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।

डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी/ सामग्री/ गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ धार्मिक मान्यताओं/ धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें।

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March 17, 2023 8:58 AM

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मंत्र शक्ति: सेहतमंद जीवन जीने के लिए प्रतिदिन इन 3 मंत्रों का करें जाप, निरोगी रहेगी काया

सनातन धर्म में मंत्रों का बहुत महत्व माना गया है। मंत्रों की शक्ति से असाधारण कार्यों को भी पूरा किया जा सकता है। आज के समय में भले ही आधुनिकता भरी दुनिया में किसी के पास इतना समय न हो कि वह मंत्र जाप आदि के लिए समय निकाल सके। लेकिन आज भी मंत्रों की शक्ति उतना ही महत्व रखती है। मंत्रों के नियमित जाप से आप हर प्रकार के रोगों से मुक्ति पा सकते हैं। हालांकि इस दौरान आपको दवाईयों का उपचार भी जारी रखना होता है। आइये जानते हैं तीन ऐसे मंत्रों के बारे में जिनके जाप से आप हमेशा सेहतमंद रह सकते हैं।

1. अच्छी सेहत का मंत्र

देहि सौभाग्यमारोग्यं, देहि मे परमं सुखं। रूपं देहि, जयं देहि, यशो देहि, द्विषो जहि।

दुर्गासप्तशती में बताए गए मंत्र का नियमित रूप से जाप करना चाहिए। इसके लिए प्रातःकाल उठकर स्नानादि करें और फिर एक ऊनी आसन बिछाकर मां दुर्गा के समक्ष इस मंत्र का एक माला यानी 108 बार जाप करे और मां दुर्गे से सेहतमंद जीवन की कामना करें।

2. हृदय रोग का मंत्र

क्क घन्नघ मित्रामहः आरोहन्नुत्तरां दिवम्। हृद्रोग मम् सूर्य हरि मांण् च नाश्यं’

ऋगवेद में बताए गए इस मंत्र का जाप करने से हृदय रोग की समस्या से निजात पाई जा सकती है। इस मंत्र का नियमित जाप करने से आप हमेशा सेहतमंद रह सकते हैं। इस मंत्र का जाप सुबह जल्दी उठकर स्नानादि करने के पश्चात सूर्य के समक्ष करें।

3. सभी प्रकार की शारीरिक समस्याओं का मंत्र

‘क्क जूं सः माम्पालय पालय सः जूं क्क’

इस मंत्र का जाप ऊन के आसन पर उत्तर दिशा की ओर मुख करके करना है। सबसे पहले भगवान शिव के समक्ष दीपक प्रज्वलित करें और फिर रूद्राक्ष की माला से कम से कम एक माला जप करें। इस मंत्र के प्रभाव से हर तरह की शारीरिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है।

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Posted By: Navodit Saktawat

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