हिन्दू पंचांग के अनुसार वर्ष 2022 का पहला चंद्र ग्रहण वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को पड़ रहा है, जो सोमवार 16 मई को पड़ेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण माना जा रहा है। इसी दिन वैशाख पूर्णिमा यानि बुद्ध पूर्णिमा भी है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। वैसे, ये चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए इस ग्रहण का सूतक भी नहीं लगेगा, लेकिन इसके बावजूद चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी होगा।

पूर्णिमा और ग्रहण का समय

हिन्दू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 15 मई रविवार को 12 बजकर 47 मिनट से प्रारंभ होगी जो अगले दिन यानी 16 मई को सुबह 09:45 बजे तक चलेगी। ज्योतिषियों के अनुसार वैशाख पूर्णिमा का व्रत 16 मई को रखा जाएगा और इस दिन बुद्ध पूर्णिमा भी पूरे उत्साह के साथ मनाया जाएगा।

दान का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के दिन दान करना सर्वोत्तम होता है, वहीं वैशाख पूर्णिमा पर दान करने का भी अपना विशेष महत्व है। ऐसे में अगर आप अपनी राशि के अनुसार दान करें, तो ना सिर्फ ग्रहण के दोष से मुक्ति मिलेगी, बल्कि पूर्णिमा के दान का फल भी मिलेगा। जैसा कि ज्योतिष में माना जाता है, दान से ग्रहों के दोष दूर होते हैं और जीवन की परेशानियां कम होती हैं। तो चलिए जानते हैं किस राशि के जातक को, क्या दान करना चाहिए :-

मेष राशि - ग्रहण का वक्त खत्म होने के बाद चावल का दान करें, सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होगी।

वृषभ राशि - चंद्र ग्रहण के खत्म होते ही दूध और दही का दान करें, सभी तरह से शुभ फल मिलेंगे।

मिथुन राशि - ग्रहण के बाद गाय की सेवा करें और गाय को हरा चारा खिलायें, परिवार में शांति आएगी।

कर्क राशि - ग्रहण समाप्त होने के बाद जरूरतमंदों और गरीबों को चावल दान करें, आर्थिक समस्या दूर होगी।

सिंह राशि - इस राशि के जातक चीनी का दान करें, इससे वैशाख पूर्णिमा का अधिक लाभ मिलेगा।

कन्या राशि - ग्रहण काल ​​के बाद गेहूं के आटे का दान करें।

तुला राशि - ग्रहण के बाद चांदी का दान करें, करियर में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलेगी।

वृश्चिक राशि - ग्रहण के बाद चंद्र गायत्री मंत्र का पाठ करें और प्रसाद के रूप में सफेद मिठाई का दान करें।

धनु राशि - ग्रहण के बाद किसी आचार्य या पुजारी को भोजन कराएं और पूर्णिमा का दान करें।

मकर राशि - ग्रहण के बाद तिल या तिल की मिठाई का दान करें।

कुंभ राशि - ग्रहण काल ​​की समाप्ति के बाद बजरंग बाण का पाठ करें, अवश्य लाभ मिलेगा।

मीन राशि - चंद्र ग्रहण के बाद मछली को आटा खिलायें, बाधाएं दूर होंगी।

डिसक्लेमर

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Posted By: Shailendra Kumar

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