Navratri 2023: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। आदिशक्ति की आराधना के लिये देवी मंदिर सजने लगे हैं। कैलादेवी-पहुआ वाली माता मेला का आयोजन एकादशी (शनिवार) को लगेगा। इसके साथ ही दर्शनों के लिये राजस्थान के करौली जिले में स्थित कैलादेवी की यात्रा सिलसिला शुरु हो जाएगा। नगर के प्रमुख देवी मंदिर मांढरे की माता, नहर वाली माता, आमखो व हाइकोर्ट वाली काली माता, सनातन धर्म मंदिर के सामने स्थित शीतला माता मंदिर, नई सड़क पर स्थित पहाड़ों वाली माता, झांसी रोड स्थित वैष्णो देवी मंदिर व जनकताल पर स्थित भैलसे वाली माता पर तैयारियां शुरू हो गईं हैं। मंदिर के गर्भगृह से लेकर मंदिर परिसर की साफ-सफाई के साथ रंग-रोगन शुरू हो गया। नवरात्रि पर दुर्गा सप्तशती का पाठ भी प्रमुख मंदिरों में किया जाएगा।

नवरात्रि में बन रहे शुभ योग

नवरात्रि में बन रहे शुभ योग चैत्र नवरात्र में अबकी बार पूरे नौ दिनों की नवरात्र होगी। नवरात्रि के दौरान तीन सर्वार्थ सिद्धि योग 23 मार्च, 27 मार्च, 30 मार्च को लगेगा। जबकि अमृत सिद्धि योग 27 और 30 मार्च को लगेगा। रवि योग 24 मार्च, 26 मार्च और 29 मार्च को लगेगा और नवरत्रि के अंतिम दिन रामनवमी के दिन गुरु पुष्य योग भी रहेगा।

चैत्र नवरात्रि घटस्थापना शुभ मुहूर्त

चैत्र नवरात्रि बुधवार, 22 मार्च से शुरू हो रहे हैं। चैत्र नवरात्र घटस्थापना के मुहूर्त की शुरुआत 22 मार्च को सुबह 06 बजकर 23 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 32 मिनट तक (अवधि 01 घंटा 09 मिनट) रहेगी चैत्र नवरात्र प्रतिपदा तिथि 21 मार्च को रात 10 बजकर 52 मिनट से शुरू हो रही है और प्रतिपदा तिथि का समापन 22 मार्च को रात 08 बजकर 20 मिनट पर होगा।

कैलादेवी पहुआ वाली माता पर मेला आज

आनंद नगर सागरताल रोड पर स्थित पहुआ वाली मंदिर के पुजारी विजय व मनोज कुमार यादव ने बताया कि मेला इस वर्ष को एकादशी शनिवार को लगेगा। इस दिन नगर के अलग-अलग स्थानों से निशान (नेजे) उठकर यहां आते हैं। और विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। तीनों नगरों के भगत समाज एवं मां पंथी थाली बंद अपने-अपने बाने सहित प्रथम बहुआ वाली मांदिर पर आयोजित मेले में आते हैं। इस अवसर पर दंगल का भी आयोजन किया जा रहा है। जीतने वाले पहलवानों को पुरस्कार भी दिए जाएंगे।

वाईकर मठ में रामनवमी महोत्सव गुड़ी पड़वा से

लक्ष्मी गंज स्थित वाईकर मठ में रामनवमी महोत्सव 22 मार्च से एक अप्रैल तक मनाया जाएगा। प्रवक्ता निशिकांत सुरंगे ने बताया की उत्सव का प्रारंभ 22 गुड़ी पड़वा को ध्वजा रोहन गुड़ी पूजन गीत रामायण से होगा। 23 मार्च को डा. नरेश त्यागी का व्याख्यान प्रभु श्रीराम की शक्ति पूजा विषय पर होगा। 24 को मेघदूत परचुरे का व्याख्यान रहेगा। इसी क्रम में 29 तक गजानन, समर्थ महारुद्र प्रसादिक भजन मंडलों द्वारा भजन अंकुर धारकर का वायलिन वादन, धनश्री धारकर व प्रणव पराडकर द्वारा सुगम संगीत व्यंकटेश वाकडे व रविंद्र दाते के व्याख्यान व 30 को तृप्ति बेहरे का श्री राम जन्म पर कीर्तन होगा व अखंड रामायण पाठ होगा। 31 को सत्यनारायण पूजा व एक अप्रैल को वसंत ललित पाद्यपूजा तीर्थ प्रसाद के साथ उत्सव का समापन होगा अध्यक्ष प्रभाकर घाटे व रविंद्र सायखेडकर ने भक्तों से उपस्थित होने का आग्रह किया है।

Posted By: anil tomar

rashifal
rashifal
  • Font Size
  • Close