कुछ लोगों को लगता है कि उन्हें दूसरों ने टेकन फॉर ग्रांटेड ले लिया है। ऐसा रिश्ते में आए बदलावों के कारण व्यक्ति को महसूस होता है।
अगर आपको लग रहा है कि कोई आपका महत्व नहीं कर रहा है तो खुद में कुछ बदलाव करें। ऐसा करने से दूसरे लोग आपकी कदर करना शुरू कर दें।
दोस्तों को भी उनकी सीमा बताना जरूरी होता है। अगर आप खुद को टेकन फॉर ग्रांटेड नहीं होने देना चाहते हैं तो रिश्ते की शुरुआत में ही सीमाएं निर्धारित करें।
अक्सर लोग हर किसी को अपना समझकर दिल और मन की बातें बता देते हैं। हालांकि, ऐसा करने का पछतावा आपको बाद में हो सकता है।
हेल्पिंग नेचर अच्छी बात है, लेकिन किसी की बिना मांगे मदद करना बेवकूफी है। इस आदत की वजह से ही लोग आपको टेकन फॉर ग्रांटेड समझ लेते हैं।
व्यक्ति को हमेशा अपनी समझ से चलना चाहिए। किसी की भी सारी बातें मानने की गलती न करें। ऐसा करने से आप सही और गलत सलाह में अंतर नहीं कर पाएंगे।
व्यक्ति को कभी किसी का डोर मैट नहीं बनना चाहिए। इसका मतलब है कि किसी के लिए भी हमेशा तत्पर रहने से बचना चाहिए।
आत्मविश्वास सबसे जरूरी होता है। जब आप खुद पर भरोसा करेंगे तो दूसरे भी आपके फैसलों और कार्यों की कदर करना शुरू कर देंगे।
यहां हमने जाना कि खुद को टेकन फॉर ग्रांटेड न लेने से कैसे बचाया जा सकता है। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ