आज के दौर में लोग भगवान कृष्ण और सुदामा के दोस्ती की मिसाल देते हैं। ऐसे में आप इनके दोस्ती से इन 5 बातों को सीख सकते हैं।
आज के दौर में लोग सिर्फ अपने मतलब के लिए दोस्ती करते हैं। ऐसे में भगवान कृष्ण और सुदामा से सीखना चाहिए कि दोस्ती हमेशा निस्वार्थ भाव से निभानी चाहिए।
अक्सर लोग अमीर या धनवान लोगों से दोस्ती करना पसंद करते हैं, लेकिन भगवान कृष्ण और सुदामा की दोस्ती से सीख मिलती है कि दोस्ती में इन सबका कोई महत्व नहीं होता है।
भगवान कृष्ण और सुदामा की दोस्ती यह भी सीखने को मिलता है कि जब भी आपका मित्र परेशानी में हो उसकी मदद करनी चाहिए।
इस दौर में लोग छोटी-छोटी बात पर दोस्तों से लड़ाई-झगड़ा और मारपीट करने लगते हैं, जबकि भगवान कृष्ण और सुदामा एक दूसरे के प्रति हमेशा प्रेम भाव रखते थे।
जब सुदाम भगवान कृष्ण के घर आए तो कृष्ण ने सुदामा को गले लगाकर स्वागत किया था। उन्होंने अमीर होने का घमंड नहीं किया। इसलिए, दोस्तों के बीच किसी तरह का घमंड करने से बचें।
भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता से यह सीखने को मिलता है कि कभी भी अपने मित्र के साथ छल, कपट या धोखा नहीं करना चाहिए।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है, ऐसी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें। naidunia.com