नीले रंग का फूल अपराजिता के अलावा गुड़हल, कौमुदी, आक और कमल भी है। इसके अलावा कई जंगली फूल भी नीले रंग के होते हैं।
नीला रंग का फूल शनिदेव के अलावा विष्णु, श्रीकृष्ण और लक्ष्मीजी और हनुमान जी को भी प्रिय है। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं नीले रंग के फूल से टोटके कैसे करें।
यदि कुंडली में आठवें भाव में शुक्र ग्रह है तो उसके अशुभ परिणामों को कम करने के लिए कभी किसी से दान नहीं लेना चाहिए।
इसके अलावा यदि बारहवें भाव में बैठा है तो शुक्र ग्रह की पीड़ा कम करने के लिए सूर्यास्त के समय नीले रंग के फूल को जमीन में दबा देना शुभ होता है।
यदि विवाह में रुकावट आ रही है तो व्यक्ति को सुनसान भूमि में लकड़ी से जमीन खोदकर नीले रंग के फूल को दबा देना चाहिए।
यदि विवाह में रुकावट आ रही है तो व्यक्ति को सुनसान भूमि में लकड़ी से जमीन खोदकर नीले रंग के फूल को दबा देना चाहिए।
यदि षष्ठ भाव स्थित राहु समझ न आने वाला रोग दे रहा है तो नीले फूल से मां सरस्वती की पूजा आराधना करनी चाहिए।
पांच टुकड़े फिटकरी, 6 नीले फूल और एक कमर में बांधने वाला बेल्ट नवमी के दिन देवी को चढ़ा दें। दशमी के दिन बेल्ट को किसी कन्या को दे दें।
शनिवार के दिन नीले रंग के अपराजिता के फूल से पीपल की पूजा करें और शनि महाराज को अर्पित करें तो शनि का दुष्प्रभाव समाप्त हो जाएगा।