संडे यानी रविवार के दिन बाल और दाढ़ी कटवाने के पीछे कई सारी धार्मिक मान्यताएं होती हैं। जो अलग-अलग संस्कृति के बीच प्रचलित हैं।
रविवार के दिन को पुण्य माना गया है, इसलिए इस दिन बाल और दाढ़ी कटवाने के लिए कहा जाता है। क्योंकि, यह सही समय होता है।
ऐसा माना जाता है कि जो लोग संडे यानी रविवार के दिन बाल और दाढ़ी नहीं कटवाते हैं वो हमेशा परेशान रहते हैं।
रविवार का दिन सूर्यदेव को पूरी तरह समर्पित है, इसलिए इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे में इस दिन जरूर ये काम कर लें।
यह परंपरा नई नहीं है, बल्कि कई पीढ़ियों से चली आ रही है। देश के कुछ समुदायों और क्षेत्रों में बाल और दाढ़ी काटने की परंपरा पुरानी है।
यह परंपरा नई नहीं है, बल्कि कई पीढ़ियों से चली आ रही है। देश के कुछ समुदायों और क्षेत्रों में बाल और दाढ़ी काटने की परंपरा पुरानी है।
रविवार के दिन को कुछ पवित्र और शुद्ध मानते हैं। इसलिए वे इस दिन अपने शारीरिक और आत्मिक शुद्धि के लिए बाल कटवाते हैं।
रविवार के दिन बाल और दाढ़ी कटवाने से दिल को सुकून मिलता है और घर के आंगन में सुख-शांति आती है। जो आपके लिए फायदेमंद होगा।
ऐसी मान्यता है कि संडे के दिन बाल और दाढ़ी कटवाने से रोग और दुखों का भी नाश होता है। इससे नकारात्मकता दूर होती है।