पंचांग के अनुसार हर माह में दो बार एकादशी होती हैं। एक कृष्ण के पक्ष में दूसरी शुक्ल के पक्ष में होती हैं।
वैशाख महीने की वरुथिनी एकादशी इस बार 15 अप्रैल 2023 को सुबह 8 बजकर 5 मिनट से शुरू होगी।
वरूथिनी एकादशी में भूलकर भी कुछ गलतियां नही करनी चाहिए। इन गलतियों से भगवान कृष्ण नाराज हो सकते हैं।
वरूथिनी एकादशी के दिन भगवान कृष्ण के साथ ही मां लक्ष्मी की भी पूजा करनी चाहिए और पूरे दिन भगवान का ध्यान करना चाहिए।
तुलसी भगवान कृष्ण को बेहद ही प्रिय हैं। वरूथिनी एकादशी के दिन भगवान कृष्ण को तुलसी का भोग अर्पित करें।
वरूथिनी एकादशी के किसी भी प्रकार के मांस-मदिरा या नशीली चीजों का सेवन नही करना चाहिए।
मान्यताओं के अनुसार वरूथिनी एकादशी के दिन क्रोध करने से बचना चाहिए। वरूथिनी एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।