आमतौर पर लोगों को लगता है कि मोटापा ही बीमारियों का जड़ है। लेकिन ज्यादा दुबला होना अच्चे सेहत की निशानी नहीं।
अनहेल्दी खाना खाने वाले लोग भी स्लिम दिखते हैं। साथ ही ये ईटिंग डिसऑर्डर, नशे की लत आदि के संकेत देती है।
दुबले लोगों में डायबिटीज की संभावना बढ़ जाती है। इनका शरीर उचित ढंग से इंसुलिन का निर्माण नहीं कर पाता।
पतले लोगों में भी बैड कोलेस्ट्रॉल या हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो सकती है। ऐसे मामले कई बार जेनेटिक होते हैं।
इम्युनिटी की समस्या वजन से तय नहीं होती। पतले लोगों में खास तौर पर कमजोर इम्युनिटी की शिकायत पाई जाती है।
ज्यादा दुबले-पतले होने का मतलब ये भी है कि शरीर में पोषण की कमी है। ऐसे में एनिमिक होने की संभावना बढ़ जाती है।
दुबले लोगों में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है। यह हड्डियों की कमजोरी और उनमें टूट-फूट की संभावना को बढ़ाता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक दुबले-पतले लोगों में थकान, हृदयरोग और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं ज्यादा होती हैं।