मिलेट स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इससे बहुत-सी बीमारियों से बचाव करने और दूर करने में मदद मिल सकती है।
मोटे अनाज को मिलेट कहते हैं। यह दो प्रकार का होता है एक मोटा दाना और दूसरा छोटा।
मिलेट में ज्वार (शबर्त), बाजरा, रागी (मडुआ), झंगोरा, बैरी, कंगनी, कुटकी (लघु धान्य), कोदो, चेना (चीना), सामा या सांवा और जौ आदि आते हैं।
कोरोना महामारी के बाद मोटा अनाज इम्युनिटी बूस्टर के रूप में प्रतिष्ठित हुए हैं। इन्हें सुपरफूड कहा जाने लगा है।
मिलेट्स में कैल्शियम, आयरन, जिंक, फास्फोरस, मैंग्नीशियम, पोटेशियम, फाइबर, विटामिन-बी-6, 3, कैरोटीन, लेसिथिन आदि तत्व होते हैं।
मिलेट शरीर में स्थित अम्लता यानी एसिड दूर करता है। एसिडिटी के कई नुकसान होते हैं।
इसमें विटामिन-B3 होता है जो शरीर की मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया को ठीक रखता है, जिससे कैंसर जैसे रोग नहीं होते हैं।
मोटे अनाज का उपयोग डायबिटिज की रोकथाम में भी कारगर है। यह टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज को रोकने में सक्षम है।
यह थायराइड, यूरिक एसिड, किडनी, लिवर, लिपिड रोग और अग्नाशय से संबंधित रोगों में लाभदायक है क्योंकि यह मेटाबोल्कि सिर्ड्रोंम दूर करने में सहायक हैं।
मिलेट पाचन तंत्र में सुधार करने में मदद करते हैं। इन्हें खाने से गैस, कब्ज, एसिडिटी जैसे पेट के कोई रोग नहीं होते हैं।