रागी में भरपूर मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होती है। इससे जल्दी-जल्दी भूख नहीं लगती और आप बार-बार खाने से बचे रहते हैं। नियमित रूप से रागी के सेवन से शरीर में फैट की समस्या नहीं होगी।
रागी का सेवन जब आप किसी भी रूप में करते हैं, तो शरीर में ब्लड शुगर लेवल स्थिर होता है।
जिनके शरीर में हेमोग्लोबिन की कमी रहती है, उन्हें रागी का आटा अपनी डाइट में शामिल करनी चाहिए। इसमें आयरन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है।
मुंहासे, डार्क सर्किल, झाइयां, झुर्रियां उन्हें रागी खाना चाहिए। यह त्वचा को चमकदार बनाता है। इसमें लाइसिन नामक तत्व होता है, जो स्किन में कसावट लाता है।
हड्डियों को मजबूत रखने के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी है और रागी में कैल्शियम होता है। हड्डियों को स्ट्रांग बनाने रागी को अपने खाने में शामिल करें।
रागी के आटे की रोटी, पैन केक, कूकीज, इडली, डोसा जैसे अलग-अलग तरह से बना कर खा सकते हैं। मीठे के शौकीन है तो रागी शीरा, हलवा, पेड़ा भी बना सकते हैं।
जिन लोगों को किडनी, डायरिया, कब्ज और थायराइड की समस्या है उन्हें रागी के सेवन से बचना चाहिए।
रागी के सेवन से वजन नहीं बढ़ता लेकिन वजन कम करने वालों को कितनी मात्रा मेें रागी का सेवन करना चाहिए, इसके लिए डायटिशियन से सलाह ले सकते हैं।