शिव रुद्राष्टकम के जाप से कई फायदे होते हैं। कहते हैं भगवान शिव के सच्चे भक्तों को इस पाठ के जाप से सार विघ्न दूर होते हैं।
शिव रुद्राष्टकम भोले बाबा के रूप व शक्तियों पर आधारित हैं। इसी का जाप करके प्रभु श्रीराम ने रावण का वध किया था और लंका पर विजय प्राप्त की थी।
शिव रुद्राष्टकम के जाप से भगवान श्रीराम ने रावण जैसे महाबलशाली, पराक्रमी योद्धा को भी युद्ध में पराजित कर दिया था। माना जाता हैं कि रुद्राष्टकम के जाप से बड़े से बड़े शत्रु पर विजय पाई जा सकती हैं।
धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक शिव रुद्राष्टकम के नियमित जाप से हर प्रकार के संकट दूर होते हैं। इस पाठ के करने से भोले बाबा की विशेष कृपा प्राप्त होती हैं।
रुद्राष्टकम के पाठ से फल प्राप्ति के लिए आपको लगातार 7 दिनों तक इसका सुबह-शाम पाठ करना होगा। जिसके बाद ही आपको इस पाठ का असर दिखना शुरू होगा।
आत्मविश्वास और मनोबल में वृद्धि के लिए शिव रुद्राष्टकम का पाठ करना चाहिए। भोले बाबा बेहद दयालु हैं वे सदैव ही अपने भक्तों की रक्षा करते हैं।
अगर शत्रु आपको परेशान कर रहें हैं तो शिव मंदिर में या अपने घर में कुशा के आसन पर बैठकर लगातार 7 दिन तक सुबह और शाम में 'रुद्राष्टकम' का पाठ करें। ऐसा करने से भोले बाबा आपके शत्रु का नाश कर देंगे।
प्रभु राम ने रावण को युद्ध में पराजित करने के लिए रामेश्वरम में शिवलिंग स्थापित करके रूद्राष्टकम का पाठ शुरू किया था। जिसके परिणामस्वरुप उन्होंने युद्ध में रावण का वध कर विजय प्राप्त की थी।