रत्नों को पहनने का महत्व रत्न शास्त्र में बताया गया है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति के हिसाब से अलग-अलग रत्न धारण किए जाते हैं।
रत्न शास्त्र में कुछ रत्नों को शुभ माना जाता है। इनमें से ही एक मूंगा और पुखराज रत्न है। इन रत्नों को धारण करने से व्यक्ति को कई चमत्कारी लाभ मिलते हैं।
पुखराज रत्न को सबसे शुभ रत्नों में एक बताया गया है। अंग्रेजी में इस रत्न को टोपाज कहा जाता है। इसे धारण करने से व्यक्ति को बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
मूंगा रत्न पहनने वाले व्यक्ति को यश और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, पेट और आंखों से जुड़ी बीमारी से भी आपका बचाव होता है।
पुखराज की तरह मूंगा रत्न को भी चमत्कारी माना जाता है। अंग्रेजी में इस रत्न को कोरल के नाम से जाना जाता है। यह रत्न मंगल का होता है और मंगल ग्रह सभी ग्रहों के सेनापति होते हैं।
मूंगा रत्न की माला धारण करना भी शुभ होता है। इसे पहनने वाले व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और वह दुर्भाग्य से बचा रहता है।
हनुमान जी की कृपा हासिल करने के लिए भी मूंगा रत्न को धारण किया जाता है। इस रत्न को पहनने वाले व्यक्ति के आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी होती है।
मूंगा रत्न के स्वामी मंगल है और पुखराज के स्वामी गुरु बृहस्पति है। इन दोनों के बीच मित्रता का भाव है। इसी वजह से मूंगा और पुखराज रत्न को एक साथ धारण किया जाता है।