ज्योतिष विद्या में रत्नों का भी विशेष महत्व माना गया है। रत्न शास्त्र के मुताबिक, जीवन की तमाम परेशानियों का समाधान करने के लिए रत्नों को धारण करना चाहिए।
घर में सुख-समृद्धि कायम रखने के लिए भी रत्नों को धारण किया जाता है। इतना ही नहीं, इन रत्न से ग्रहों की बुरी स्थिति भी सही हो सकती है।
यह रत्न दिखने में लाल रंग का होता है। इसे धारण करने से कुंडली में मंगल ग्रह को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। आइए जान लेते हैं कि इन रत्नों को किसे धारण करना चाहिए।
किसी भी रत्न को धारण करने से पहले आपको अपनी कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देख लेना चाहिए। दरअसल, गलत रत्न धारण करने का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
जिन लोगों की कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत होती है, उनके लिए मूंगा रत्न धारण करना बेहद शुभ होता है। गौर करने की बात है उन लोगों को मूंगा धारण नहीं करना चाहिए, जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर है।
रत्न शास्त्र के मुताबिक, मेष राशि और वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है। इस वजह से इस राशि वालों के लिए मूंगा रत्न पहनना शुभ होता है।
रत्न विद्या में उल्लेख है कि कम से कम 7 से सवा सात रत्ती का मूंगा रत्न धारण करना चाहिए। इसे चांदी या तांबे की धातु में जड़वाकर पहनना बेहद शुभ माना जाता है।
मंगलवार के दिन मूंगा रत्न को कच्चे दूध और गंगाजल में शुद्ध करके धारण करें। इसके बाद इसे दाएं हाथ की अनामिका ऊंगील में पहन लें।