शाहरुख खान स्टारर डीडीएलजे को लोगों का खूब प्यार मिलता है। फिल्म का अमरीश पुरी का डायलॉग ‘जा सिमरन जा, जी ले अपनी जिंदगी’ आज भी लोगों में काफी पॉपुलर हैं।
शोले फिल्म का हर डॉयलाग बेहद पॉपुलर है। ऐसे में लोगों के लिए इस फिल्म का सबसे ज्यादा पॉपुलर डायलॉग्स में ‘कितने आदमी थे’, ‘इतना सन्नाटा क्यों है भाई?’, और तुम्हारा नाम क्या है बसंती? हैं।
मुन्नाभाई एमबीबीएस अपने आप में एक आइकोनिक फिल्म है। इस फिल्म का डायलॉग ‘टेंशन लेने का नहीं, सिर्फ देने का।’ लोगों के बीच आज भी काफी लोकप्रिय है।
दीवार फिल्म में जब अमिताभ बच्चन शशि कपूर से पूंछते हैं कि आज मेरे पास बंग्ला है, गाड़ी है, बैंक बैलेंस है, तुम्हारे पास क्या है? तब शशि कपूर कहते हैं “मेरे पास मां है’। यह डायलॉग आज भी लोगों की जुबान पर है।
अनिल कपूर और श्रीदेवी स्टारर मिस्टर इंडिया की पूरी लाइमलाइट कही न कही अमरीश पुरी के किरदार ने ले ली थी। फिल्म में अमरीश पुरी का डायलॉग “मोगैम्बो खुश हुआ“ आज भी दर्शकों के बीच काफी पसंद किया जाता है।
आनंद फिल्म का डायलॉग ‘बाबूमोशाय, जिंदगी बड़ी होनी चाहिए, लंबी नहीं’ आज भी लोगों के दिल के बेहद करीब हैं। 1971 में आई इस फिल्म के डायलॉग गुलजार ने लिखे हैं।
तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख मिलती रहती है... लेकिन इंसाफ नहीं मिलता मेरे प्रभु, इंसाफ नहीं मिलता... मिलती है तो सिर्फ ये तारीख। सनी देओल का ये डायलॉग आज भी काफी पसंद किया जाता हैं।
3 इडियट्स भी एक आइकोनिक फिल्म थी। वैसे तो फिल्म का हर डायलॉग हिट रहा, लेकिन आज भी जो लोगों की जुबान से ‘ऑल इज वेल’ नहीं उतर पाया हैं।