इंसान के व्यवहार की कुछ चीजें दूसरों को आकर्षित करने का काम करती है। उदारता और सहजता जैसे गुण किसी के भी व्यक्तित्व को शानदार बना सकते हैं।
भागवत गीता में श्री कृष्ण की दी सलाह मौजूद है। इन उपदेशों का पालन करके आप बेहतरीन व्यक्तित्व का निर्माण भी कर सकते हैं।
श्री कृष्ण का कहना है कि इंसान को सबसे पहले अपनी जिम्मेदारियों यानी कर्तव्य का पालन करना चाहिए। ऐसा न करने वालों को बेहतर व्यक्ति नहीं माना जाता है।
क्रोध व्यक्ति का दुश्मन होता है। इंसान को हमेशा प्यार का आचरण रखना चाहिए। प्रेम भाव से सभी कार्य करने वालों को हर कोई पसंद करता है।
इंसान को दूसरों के साथ ही, खुद को प्यार भी करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को आंतरिक शांति की प्राप्ति होती है और शानदार व्यक्तित्व का निर्माण होता है।
व्यक्ति को कभी भी किसी बात का अहंकार नहीं करना चाहिए। ईर्ष्या और लालच की भावना इंसान को बर्बाद बनाने का काम करती है।
भागवत गीता में इस बात का उल्लेख मिलता है कि सभी को उदार इंसान बनने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसे इंसान दूसरों के दुख को भी आसानी से समझ पाते हैं।
प्यार की भावना ही किसी के व्यक्तित्व को बेहतरीन बनाने का काम करती है। गीता में कहा गया है कि इंसान को सभी से बगैर किसी अपेक्षा से प्यार करना चाहिए।