जीवन की कठिनाइयों का सामना करने के लिए गीता के उपदेशों को अपनाएं। माना जाता है कि भगवान कृष्ण की सलाह मानने से व्यक्ति को सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाता है।
भगवान कृष्ण का कहना है कि व्यक्ति को कर्म करना चाहिए और फल की चिंता न करें। इस उपदेश को मानने वालों को कठिनाइयों का सामना करने में कोई परेशानी नहीं होती है।
गीता में बताया गया है कि व्यक्ति को हर मुश्किल स्थिति में आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिए। खुद के ऊपर भरोसा नहीं करेंगे तो किसी कार्य में सफलता नहीं मिलेगी।
गीता के उपदेश में बताया गया है कि व्यक्ति को खुद के ऊपर काबू रखना चाहिए। ज्यादा गुस्सा करने से भी व्यक्ति को नुकसान होता है।
दिमाग के ऊपर नकारात्मक विचारों को हावी न होने दें। गीता के उपदेश बताते हैं कि नकारात्मक विचार व्यक्ति की सोचने और समझने की क्षमता को कम करते हैं।
कठिनाई के समय में सबसे जरूरी होता है नैतिकता और न्याय का पान करना। ऐसा नहीं करेंगे तो जीवन में और समस्याएं दस्तक दे सकती हैं।
गीता में बताया गया है कि मन को शांत करने के लिए ध्यान और योग एक बेहतरीन विकल्प है। इससे मानसिक शांति काफी हद तक मिलती है।
भगवान कृष्ण ने अर्जुन को समझाते हुए कहा था कि इंसान को हर तरह के मोह से दूर रहना चाहिए। मोह में पड़कर अपने कर्म और कर्तव्य का पालन न करना बिल्कुल भी सही नहीं होता है।