पितृ पक्ष में पूर्वजों को याद किया जाता है। मान्यता हैं कि इस मौसम में पितर हमारे आस-पास रहते है, आज हम आपको बताएंगे पितरों की नाराजगी दूर करने के लिए आपको किचन के किस मसाले का उपयोग करना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र में पितरों के सम्मान के लिए काले तिल के उपयोग के बारे में बताया गया है। काले तिल के उपाय से घर में सुख समृद्धि बनी रहती हैं।
काले तिल और जौ के साथ तर्पण करने से पितृ दोष दूर होता है। साथ ही, इस उपाय से घर के लोगों में खुशहाली आती हैं और बरकत भी होती है।
वंशजों की सुख-समृद्धि के लिए पूर्वजों की पूजा करनी जरूरी मानी जाती है। पूजा के साथ-साथ समृद्धि की प्रार्थना करने से भी शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
ज्योतिष में पैतृक क्षेत्र का संबंध शनि ग्रह से बताया गया है। शनि ग्रह को जीवन, मृत्यु, कर्म और पैतृक का प्रतिनिधित्व भी करते है।
अमावस्या तिथि के दिन काले तिल को पानी में डालकर तर्पण करने से पितृ दोष से राहत मिलती है। काला रंग शनिदेव का प्रतीक होता है। शनिवार के दिन सूर्य को जल में काला तिल मिलाकर अर्घ्य दें। इससे साढ़े साती में आराम मिलेगा।
पूर्वजों के आशीर्वाद के लिए शनिवार के दिन काले तिल का दान करें। साथ ही, पूर्वजों के फोटो के सामने शुद्ध देसी घी का दीपक जलाएं। इस दौरान उन्होंने आपके लिए जो भी काम किए है, उसे याद करें।
पितृ पक्ष के समय में कौए को काला तिल मिलाकर भोजन कराएं। साथ ही पानी और दूध से शनि देव का अभिषेक करें। अगर आप पितृपक्ष के दौरान कोई पूजा या अनुष्ठान कराते हैं तो उस दौरान काला तिल चढ़ाएं।