हिंदू धर्म में देवी-देवताओं को खुश करने के लिए यंत्रों का निर्माण किया गया है। आइए जानते है शनिदेव की कृपा पाने के लिए घर में शनि यंत्र के फायदे के बारे में।
शनि यंत्र की स्थापना मंदिर या घर के स्टडी रूम में करें। इस आपे दीवार पर टांग सकते है या घर की चौकी में भी स्थापित कर सकते है।
दीवार पर शनि यंत्र लटकाने पर यह ध्यान दें कि वहां पर धूल-मिट्टी न लगें और चौकी पर स्थापित करने पर उसके आसपास झाड़ू, पोछा या कोई भी दूषित वस्तु स्पर्श न कराएं। ऐसा करने से उल्टा असर भी पड़ सकता है।
शनि यंत्र को पूर्व दिशा में रखना चाहिए। शनि यंत्र को स्थापित करने का स्थान पर सूर्य की किरणें पड़ तो काफी अच्छा माना जाता है। इसे मुख्य द्वार पर स्थापित न करें।
शनि देव को उनकी पत्नी से श्राप के कारण शनि देव की प्रतिमा को घर में नहीं रखा जा सकता है। इसलिए शनि यंत्र को घर में स्थापित करना चाहिए।
शनि यंत्र को स्थापित करने से शनिदेव की कृपा बरसती है। साथ ही, शनि देव का सकारात्मक प्रभाव भी घर के सदस्यों पर पड़ता है।
घर में इस यंत्र को स्थापित करने से नेगेटिविटी दूर होती है और शनि देव वक्री दृष्टि से बचाते है। इस यंत्र को घर में लगाने से मानसिक और शारीरिक बल मिलता है।
शनि यंत्र को घर में स्थापित करने से साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव भी कम होता है। साथ ही, न्याय और निर्णय की क्षमता भी बढ़ती है। नजर दोष और ऊपरी बाधाओं से भी यह यंत्र बचाता है।