क्या आपके हाथों और उंगलियों में झनझनाहट, सुन्नपन या दर्द महसूस होता है? यह कार्पल टनल सिंड्रोम का साइन हो सकता है। यह दिक्कत तब होती है जब कलाई में मौजूद मेडियन नर्व में दबाव आ जाता है। इस दिक्कत के कई कारण हो सकते है। आइए जानें इसके कारण और लक्षण क्या होते हैं।
जो लोग लंबे टाइम तक टाइपिंग करते हैं या मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं। उन्हे इस तरह की दिक्कत ज्यादा हो सकती है। इसके अलावा बार-बार हाथों का एक ही तरह का इस्तेमाल भी इसका कारण हो सकते हैं।
जिन लोगों को चीजें पकड़ने में दिक्कत होती है या बार-बार हाथ से चीजें गिर रही हैं व हाथों में ताकत कम महसूस हो रही है, तो यह भी कार्पल टनल सिंड्रोम के लक्षण हो सकते हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में फ्लूइड जमा होने से नसों पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे कार्पल टनल सिंड्रोम की दिक्कत बढ़ सकती है।
जिन लोगों को डायबिटीज, थायरॉयड या गठिया जैसी प्रॉब्लम्स की दिक्कत है, उनको इस दिक्कत का खतरा ज्यादा होता है, क्योंकि इनसे नसे कमजोर हो जाती हैं।
कार्पल टनल सिंड्रोम होने पर सबसे पहले उंगलियों और हाथों में सुन्नपन की दिक्कत होती है। खासकर अंगूठा, तर्जनी और मध्यमा उंगलियों पर ज्यादा असर होता है।
कार्पल टनल सिंड्रोम में राज को ज्यादा काम करने के बाद हाथों और कलाई में तेज दर्द हो सकता है, जो कई बार कंधे तक भी पहुंच सकता है।
इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और एक्सरसाइज करें। इस तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए naidunia.com पर क्लिक करें।