आचार्य चाणक्य के द्वारा ऐसे तीन लोगों का वर्णन किया गया है, जिन्हें सोते हुए नींद से कभी नहीं जगाना चाहिए।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कभी भी सोते हुए बच्चों को जगाना नहीं चाहिए। ऐसा करना बिलकुल भी सही नहीं माना जाता है।
बताए गए चाणक्य निति के अनुसार, अगर गहरी नींद में सोता हुआ बच्चा जाग गया तो वह कई तरह की मुसीबत खड़ी कर देगा।
आचार्य चाणक्य ने यह बात कही है कि कभी भी सोते हुए मूर्ख व्यक्ति को नहीं जगाना चाहिए। यह सही नहीं माना जाता है।
इसके ऊपर आचार्य चाणक्य का यह कहना है कि ऐसे लोगों के सोते रहने में ही समाज की भलाई है। इसलिए इन्हें सोने दें।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक, देश के राजा को भी कभी सोते समय नहीं जगाना चाहिए। ऐसा करना नहीं माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि नींद तोड़ने के लिए राजा नाराज हो सकता है और कड़ी सजा का आदेश भी दे सकता है।
आचार्य चाणक्य ने यह वर्णन किया है कि सोते हुए बाघ और सूअर को कभी नहीं जगाना चाहिए। यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है।