चाणक्य ने महिलाओं को लेकर भी कई महत्वपूर्ण बातें कही हैं। आइए जानते हैं कि चाणक्य के अनुसार, महिलाओं की कौन सी चीजें उनकी विशेषताएं बताती हैं।
स्त्री के गुणों से ही उसका किरदार को समझा जाता है। दुनिया में स्त्री को अबला समझने वाले लोग उसके गुणों से परिचित नहीं होते है।
चाणक्य के अनुसार, महिलाओं में पुरुषों की तुलना किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने ते लिए 6 गुना अधिक साहस होना चाहिए।
स्त्रियों में धन संचय करने का अच्छा ज्ञान होना भी उनके गुणों में शामिल होता हैं। चाणक्य के मुताबिक जो महिलाएं बचत करती हैं वे विपदा आने पर हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहती है।
चाणक्य के मुताबिक महिलाओं की वाणी मधुर होनी चाहिए। कड़वे वचन बोलने से आपकी शोभा खराब होती है। कठोर शब्द बोलने वाली स्त्रिया सुंदर होने के बावजूद भी कुरूप समान होती है।
महिलाएं में दया और विनम्रता की भावना होनी चाहिए। ऐसी महिलाएं जो हमेसा अपनों के प्रति दया और विनम्रता से पेश आती है वो सदैव सम्मान की हदकार होती है।
चाणक्य का कहना है कि स्त्रियों को धार्मिक होना चाहिए। महिलाओं को इश्वर और प्रकृति पर अडिग विश्वास रखना चाहिए। धर्म पर आस्था रखने से आप अच्छें और बुरे में फर्क कर पाएगी।
चाणक्य के मुताबिक महिलाओं में मौजूद ये सभी गुण ही उनकी विशेषता को प्रकट करते है।