चाणक्य अपनी नीतियों में अक्सर मेहनत के दम पर जीवन में लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रेरणा देते हैं। आइए जानते है लाख मेहनत के बाद भी कौन सी ऐसी चीज है जो सिर्फ भाग्य से ही मिलती है।
आचार्य के अनुसार, जीवन में कुछ हासिल करने के लिए मेहनत की जरूरत होती है। वही कुछ चीजें हैं, जो व्यक्ति के साथ हाथ में नहीं होती है, वो चीजें सिर्फ किस्मत से ही मिलते है।
व्यक्ति के भाग्य से संबंधित चीजें उसके जन्म पूर्व ही निर्धारित होती है। हर व्यक्ति अपनी मेहतन से भले ही लक्ष्य तक पहुंचता हो, लेकिन भाग्य अनुसार ही व्यक्ति को कुछ चीजें मिलती है।
व्यक्ति जीवन में जो भी कर्म करता है वह उसके भाग्य में पहले से ही लिखा होता है। हर व्यक्ति को उसके कर्म का फल ही मिलता है।
एक इंसान अपने जीवन में जितनी भी सफलता अर्जित करता है, वह पहले से उसके भाग्य में लिखा रहता है। एक व्यक्ति की शिक्षा ही उसे श्रेष्ठ बनाती है।
चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति जीवन में जितनी भी धन संपत्ति और शोहरत हासिल करता है, वह भी उसके भाग्य में लिखा होता है। भाग्य से ज्यादा किसी को नहीं मिलता है।
मृत्यु को रोक पाना किसी के लिए भी संभव नहीं होता है। भाग्य में पहले से व्यक्ति की जन्म और मृत्यु की तारीख लिखी हुई है।
आचार्य के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे से उसकी शिक्षा नहीं ले सकता है। भले ही व्यक्ति के पास कितना भी धन और बल क्यों न हो, लेकिन वह किसी दूसरे की शिक्षा उससे नहीं ले सकता है।
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