आचार्य चाणक्य ने मुसीबत के समय में सही ढंग से फैसला लेने के लिए सलाह दी है। आइए उनकी राय को लेकर बात कर लेते हैं।
आचार्य चाणक्य का कहना है कि मुसीबत के समय में धैर्य से काम लेना चाहिए। अशांत मन से लिए गए फैसले ज्यादातर बार गलत साबित होते हैं।
मुसीबत के समय में भूलकर भी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
मुसीबत के समय में सबसे पहले व्यक्ति को लाभ और हानि का आकलन करना चाहिए। ऐसा नहीं करेंगे तो समस्या का हल निकालना मुश्किल हो जाएगा।
व्यक्ति को आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिए। खुद पर भरोसा नहीं करने वालों को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
मुसीबत के समय में व्यक्ति को संयम से काम लेना चाहिए। आचार्य चाणक्य का कहना है कि क्रोध में आकर ऐसी स्थिति में फैसला लेना बिल्कुल भी सही नहीं होता है।
व्यक्ति को अपने लक्ष्य को बिल्कुल स्पष्ट रखना चाहिए। ऐसा नहीं करेंगे तो लक्ष्य प्राप्त करने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
आचार्य चाणक्य का कहना है कि व्यक्ति को मुसीबत के समय में अनुभवी इंसान से ही मदद लेनी चाहिए। दरअसल, मुश्किल समय में सही सलाह की जरूरत होती है।
यहां हमने जाना कि बुरे समय में आचार्य चाणक्य क्या सलाह देते हैं। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ Image Source: Canva, Jagran