ग्रह गोचर का शुभ और अशुभ प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है। आइए जानते है सौ साल बाद चंद्र और केतु की युति से किन राशियों को लाभ मिलने वाला है।
सूर्य और चंद्रमा पर साल में दो बार राहु-केतु की दृष्टि होती है। इस समय केतु कन्या राशि में विराजमान है। 23 फरवरी को चंद्रमा इस राशि में प्रवेश करने वाले है।
पूर्णिमा पर चंद्र और केतु की इस युति से ग्रहण लगने वाला है। मार्च के महीने में होली पर चंद्र ग्रहण लगने वाला है। 100 साल बाद ऐसा योग बन रहा है।
25 मार्च को होली पड़ने वाली है। इस दौरान चंद्रग्रहण लगने वाला है। हालांकि,यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देने वाला है। ऐसे में कुछ राशियों के जातकों को सावधानी बरतनी रहें।
सिंह राशि वालों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। नौकरीपेशा जातकों को अपमान का सामना करना पड़ सकता है। पैसा अनावश्यक कार्यों में खर्च होगा।
वृषभ राशि के जातकों के लिए चंद्र ग्रहण महंगा साबित हो सकता हैं। कोई भी काम करने से पहले अपनों से बड़ों की सलाह लें। नौकरी खोने का डर बना रहेगा।
तुला राशि के जातकों को आर्थिक असर पड़ सकता है। धोखाधड़ी की संभावना रहने वाला है। किसी निवेश में लगाया पैसा भी डूब सकता है।
करीबी लोगों से धोखा मिल सकता है। पैतृक संपत्ति को लेकर वाद-विवाद चरम पर पहुंच सकता है। साथ ही, प्रॉपर्टी के मामलों में भी राहत मिलेगी।