सूर्य ग्रहों को नौ ग्रहों का राजा माना जाता है। सूर्य इकलौता ऐसा ग्रह है जिसकी आराधना करने से कई फलों की प्राप्ति हो सकती हैं। आइए जानते है सूर्य देव के किन 5 मंत्रों के जाप से लाभ मिल सकता है?
सूर्य देव की उपासना करने से मान-सम्मान में बढ़ोतरी होती है। सूर्य मंत्र का जाप करने से स्वस्थ और निरोगी जीवन मिलता है। सूर्य देव को प्रसन्न करने पर अशुभता टल जाती है।
भगवान सूर्य की निरंतर पूजा करने से शरीर को नया रोग भी नहीं पकड़ता है। साथ ही, पिता के साथ भी रिश्ते मधुर होतें है। सूर्यदेव के आशीर्वाद से आर्थिक उन्नति भी होती है।
ॐ घृणि सूर्याय नमः मंत्र के जाप से सूर्यदेव मनचाहा फल देते है। अर्घ्य देते समय इस मंत्र का जाप बेहद फलदायी माना जाता है। इसे मंत्र का जाप कभी भी किया जा सकता है।
सूर्य गायत्री मंत्र ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकरायधीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयत। मंत्र के जाप से भगवान सूर्य बेहद प्रसन्न होते है। कुंडली में सूर्य की स्थिति ठीक करने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
उदसौ सूर्यो अगादुदिदं मामकं वच:।यथाहं शत्रुहोऽसान्यसपत्न: सपत्नहा।।सपत्नक्षयणो वृषाभिराष्ट्रो विष सहि:।यथाहभेषां वीराणां विराजानि जनस्यच। खुद को हमेशा शत्रुओं पर हावी रखने के लिए सूर्यदेव के इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते।अनुकम्पय मां भक्त्या गृहाणार्घय दिवाकर।। इस मंत्र का जाप करने से सूर्यदेव की सभी आकांक्षाओं की पूर्ति होती हैं।
सूर्य देव को ग्रहों में सबसे सक्रिय माना जाता है। ॐ सूर्याय नमः मंत्र के जाप से सूर्य ग्रह व्यक्ति को सुख-समृद्धि और निरोगी काया का आशीर्वाद देते हैं।
अगर आपको सूर्य देव से जुड़ी यह स्टोरी पसंद आई तो ऐसी ही धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें naidunia.com