Chausath Yogini Temple: तांत्रिक यूनिवर्सिटी कहलाने वाले मंदिर जैसा है संसद भवन


By Anil Tomar2022-12-12, 14:48 ISTnaidunia.com

चौंसठ योगिनी मंदिर की प्रतिकृति है संसद भवन

मुरैना के मितावली में बने इस मंदिर की ही तरह संसद भवन लगता है। कहा जाता है कि इसे देखकर ही संसद भवन बनाया गया। लेकिन इसकी एतिहासिक पुष्टि नहीं है।

1323 ई. में हुआ था निर्माण

चौंसठ योगिनी माता मंदिर का निर्माण प्रतिहार क्षत्रिय राजाओं ने 1323 ईस्वी में कराया था। मंदिर का निर्माण वृत्तीय क्षेत्र में किया गया है और इसमें 64 कमरे हैं। इसमें एक शिवलिंग भी है।

तांत्रिकों की यूनिवर्सिटी माना जाता है मंदिर

चौंसठ योगिनी मंदिर को तांत्रिकों की यूनिवर्सिटी माना जाता है। कहा जाता है कि तांत्रिक यहां पर तंत्र साधना का ज्ञान लेते थे और तंत्र साधना भी करते थे। यहां पर 64 शिवलिंग हैं और हर शिवलिंग के पास योगिनी

जमीन से 100 फीट ऊंचाई पर है मंदिर

चौंसठ योगिनी मंदिर जमीन से 100 फीट ऊंचे पहाड़ पर स्थित है। मंदिर गोलाकार है और बीच में एक शिव मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर पर जाने के लिए सौ फीट तक सीधी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है।

रात में नहीं रुकता कोई

चौंसठ योगिनी मंदिर को तंत्र साधना का केंद्र माना जाता है। इसलिए रात में यहां पर कोई नहीं रुकता है। यहां तक कि मंदिर में रात में परिंदे भी नहीं रुकते हैं। इस वजह से मंदिर हमेशा साफ ही रहता है।

मुख्य पर्यटन स्थलों में शुमार

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने मंदिर को प्राचीन और ऐतिहासिक इमारत घोषित किया है। हर साल देश-विदेश के सैकड़ों सैलानी इसे देखने आते हैं।

Twitter Blue Relaunch: लॉन्च हो गई ट्विटर ब्लू सर्विस, जानें क्या हैं खास