छठ की पूजा पर सूर्यदेव और छठी मैय्या की पूजा का महत्व होता है। आज हम आपको बताएंगे कि छठ के व्रत में कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।
36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए यह व्रत रखा जाता है। इस व्रत में 36 घंटे तक सेंधा नमक का ही खाने में प्रयोग करें।
छठ की पूजा में बैठने से पहले स्नान जरूर करें। छठ पूजा के लिए प्रसाद या भोग बनाने में हाथों का गंगाजल से स्वच्छ कर लें।
भगवान सूर्य की छठ पूजा के दिन पूजा करनी चाहिए। ऐसे में सूर्य देव को अर्घ्य देते समय जल के साथ दूध भी मिला लें। इस पर्व पर कथा पढ़ने से व्रत पूर्ण होता है।
प्रसाद से भरे सूप से छठी मैय्या की पूजा की जाती है। सूर्य देव और छठी मां की पूजा से पहले भोग का सेवन न करें।
बिना स्नान और पूजन के पूजा से जुड़ी किसी वस्तु को हाथ न लगाएं। ऐसा करने से शुद्धता भंग हो जाएगी। पूजा के लिए बनाई चीजों का भोग लगाने के बाद ही उसका सेवन करें।
छठ पूजा के चारों दिन मांसाहार का सेवन न करें। धूम्रपान, शराब आदि चीजों का सेवन न करें। छठ के दिन व्रत न रखने वाले लोग भी लहसुन प्याज आदि का सेवन न करें।
पूजा पाठ के लिए छठ के दौरान पुरानी टोकरी का इस्तेमाल न करें। इसके बजाय एक नई टोकरी ले आए।