शहर के 10 गिरजाघरों में रात 10.30 बजे कैरोल गायन के साथ मध्यरात्रि आराधना हुई। इसके बाद 11 बजे पवित्र मिस्सा अर्पित की गई। रात 12 बजे ईसा मसीह के जन्म लेते ही गिरजाघरों में घंटियां बजी।
रात 12 बजे ईसा मसीह के जन्म लेते ही गिरजाघरों में घंटियां बजी। समाजजन ने केक काटकर, एक दूसरे के गले लगकर हैप्पी क्रिसमस कहा। 25 दिसंबर को सुबह 7 बजे हिंदी और 8.30 बजे अंग्रेजी में पवित्र मिस्सा होगा।
कैथोलिक चर्च के प्रमुख बिशप चाको ने कहा कि इस बार क्रिसमस को लेकर अधिक उत्साह है। इसके चलते विशेष व्यवस्था की गई है। क्रिसमस प्रभु यीशु के जन्म का त्योहार है, सांता का नहीं है।
युवाओं को यीशु से प्रेरणा लेना चाहिए। कई लोग क्रिसमस को सांता का जन्म दिन मानते हैं। इस गलतफहमी को दूर करने के लिए सांता को चर्च से थोड़ा दूर रखा है।